घर खरीदने की तैयारी कर रहे लोगों के लिए बुरी खबर है। दरअसल, देशभर में रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट की लॉन्चिंग में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। साल-दर-साल आधार पर सबसे अधिक गिरावट दिल्ली—एनसीआर में आई है। रियल एस्टेट कंसल्टेंसी फर्म एनारॉक द्वारा किए गए अध्ययन में कहा गया है कि शीर्ष सात शहरों में 2022 की तीसरी तिमाही में नई आपूर्ति में एनसीआर का हिस्सा मात्र 7 प्रतिशत था। यह आने वाले समय में प्रॉपर्टी की कीमत और बढ़ाने का काम कर सकती है क्योंकि मांग अधिक होने और आपूर्ति कम होने से कीमत बढ़ेगी।
नोएडा और फरीदाबाद में कोई लॉन्चिंग नहीं
एनसीआर में नोएडा और फरीदाबाद में मौजूदा तिमाही में कोई नई लॉन्चिंग नहीं हुई। इस साल जुलाई और सितंबर के बीच लगभग 6,400 नई आवासीय इकाइयां लॉन्च की गईं। पिछली तिमाही की तुलना में इसमें 57 प्रतिशत की वृद्धि हुई, लेकिन साल-दर-साल के आधार पर 24 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। एनसीआर में तीसरी तिमाही ही में गुरुग्राम में 61 प्रतिशत की उच्चतम आपूर्ति की गई, लेकिन दूसरी तिमाही के मुकाबले यह 9 प्रतिशत कम है। नई लॉन्चिंग में 19 प्रतिशत की वृद्धि के साथ ग्रेटर नोएडा दूसरे स्थान पर है। जिसने एनसीआर की कुल आपूर्ति में 28 प्रतिशत का योगदान दिया।
अनसोल्ड फ्लैट में 21 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आई
अध्ययन में कहा गया है कि पिछली तिमाही के विपरीत मिड-एंड सेगमेंट में आपूर्ति नई आपूर्ति का 35 प्रतिशत है। 2022 की तीसरी तिमाही के अंत तक एनसीआर में इन्वेंट्री यूनिट 1.32 लाख थी। शीर्ष शहरों में से एनसीआर में पिछली तिमाही की तुलना में सबसे अधिक 6 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। सालाना आधार पर उपलब्ध अनसोल्ड फ्लैट में 21 प्रतिशत की गिरावट आई है। पिछली कुछ तिमाहियों में गुरुग्राम में क्षेत्र की कुल उपलब्ध इन्वेंट्री का 41 प्रतिशत के लिए अधिकतम स्टॉक उपलब्धता थी। दूसरा सबसे ज्यादा उपलब्ध स्टॉक ग्रेटर नोएडा में है, जहां इसकी हिस्सेदारी 21 फीसदी है। पुणे के अलावा एनसीआर एकमात्र ऐसा शहर है, जहां इन्वेंट्री ओवरहैंग में तीन महीने की सबसे अधिक गिरावट है।