आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने मंगलवार को कहा कि वोडाफोन-आइडिया द्वारा जुटाए गए धन से कंपनी को अपने कैपिटल एक्सपेंडिचर साइकिल को फिर से शुरू करने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि अन्य प्रमुख पहलों के साथ-साथ इससे कंपनी को ‘अधिक सुरक्षित स्थिति’ मिलेगी, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि कंपनी गतिशील व प्रतिस्पर्धी बनी रहे। आईएमसी तथा आईटीयूडब्ल्यूटीएसए 2024 के उद्घाटन के अवसर पर बिड़ला ने विश्वास व्यक्त किया कि सरकार के निरंतर समर्थन से, वोडाफोन-आइडिया लिमिटेड (वीआईएल) भारत के डिजिटल भविष्य को साकार करने में अपनी भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि सरकार के निरंतर समर्थन से हम प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को साकार करने में अपनी भूमिका निभाएंगे।
तीन कंपनियों से किया गया करार
मैं भारत के दूरसंचार क्षेत्र की परिवर्तनकारी शक्ति में दृढ़ विश्वास रखता हूं और मैं इसे अधिक जुड़े हुए, सशक्त और समृद्ध भारत के लिए एक सेतु के रूप में देखता हूं। उन्होंने कहा, वोडाफोन-आइडिया ने पहले ही तीन वैश्विक साझेदारों नोकिया, एरिक्सन और सैमसंग के साथ 3.6 अरब अमेरिकी डॉलर के पूंजीगत व्यय के अगले चरण की घोषणा कर दी है। ये सभी महत्वपूर्ण कदम हैं जो वोडाफोन-आइडिया को अधिक सुरक्षित स्थिति में रखते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि कंपनी गतिशील व प्रतिस्पर्धी बनी रहे। बिड़ला ने कहा कि पिछले एक साल में सरकार, विनियामक और उद्योग के समक्ष पेश हुए सबसे जटिल मुद्दे स्पैम नियंत्रण और धोखाधड़ी से सुरक्षा से जुड़े हैं।
फर्जी कॉल से बचाने की पूरी तैयारी
उन्होंने कहा, जैसे-जैसे नेटवर्क बढ़ता है, जनता के लिए संभावित जोखिम खासकर ‘फ़िशिंग’ योजनाओं, धोखाधड़ी वाले कॉल और स्पैम संदेशों के जरिये बढ़ता जाता है। ये संचार प्रणालियों में जनता के विश्वास को कम करते हैं और लोगों की व्यक्तिगत तथा वित्तीय सुरक्षा को भी जोखिम में डालते हैं। बिड़ला ने कहा कि सरकार तथा विनियामक निकायों के साथ मिलकर वीआईएल इस खतरे से निपटने में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा, वोडाफोन-आइडिया इनोवेशन लाने के लिए प्रतिबद्ध है जो स्पैम और धोखाधड़ी से मूल रूप से निपटेंगे। जन जागरूकता अभियान भी उपयोगकर्ताओं को स्पैम की पहचान करने और उनसे बचने के तरीके के बारे में शिक्षित करने में मदद कर रहे हैं।