सरकारी कंपनी भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) को अदाणी पावर और उसकी सहयोगी कंपनी महान एनर्जेन लिमिटेड (एमईएल) से तीन 'सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्रोजेक्ट' स्थापित करने के लिए 11,000 करोड़ रुपये के ऑर्डर दिए गए हैं। तीनों प्रोजेक्ट में से प्रत्येक 2x800 मेगावाट रेटिंग का होगा जो कि राजस्थान के कवाई और मध्य प्रदेश के महान में स्थापित किए जाएंगे। जानकारों का कहना है कि इसका फायदा बीएचईएल के शेयर पर देखने को मिल सकता है। शेयर ने एक साल में 170% का बंपर रिटर्न दिया है।
इतने महीने में पूरे होंगे ये प्रोजेक्ट
बीएचईएल की ओर से एक्सचेंज फाइलिंग में कहा गया कि कंपनी को कवाई फेस-II प्रोजेक्ट 49 महीने, कवाई फेस-III प्रोजेक्ट 52 महीने और महान फेस-III प्रोजेक्ट 55 महीने में पूरा करना होगा। कंपनी ने आगे कहा कि वह इन तीन पावर प्रोजेक्ट के लिए उपकरणों की आपूर्ति करने और उन्हें शुरू करने का काम करेगी। जिन उपकरणों की आपूर्ति की जाएगी, इसमें बॉयलर, टरबाइन, जनरेटर्स और अन्य उपकरणों के अलावा कंट्रोल होंगे।
बीएचईएल की आय में बढ़ोतरी
वित्त वर्ष 2024-25 की जून तिमाही में बीएचईएल की आय सालाना आधार पर 9.6 प्रतिशत बढ़कर 5,484 करोड़ रुपये हो गई थी। वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-जून की अवधि में अदाणी पावर का कंसोलिडेटेड कंटिन्यूइंग प्रॉफिट 95 प्रतिशत बढ़कर 4,483 करोड़ रुपये हो गया, जो पहले 2,303 करोड़ रुपये था। अदाणी पावर की कंसोलिडेटेड पावर सेल्स वॉल्यूम वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में 38 प्रतिशत बढ़कर 24.1 अरब यूनिट्स हो गई है, जो कि वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में 17.5 अरब यूनिट्स थी।
बिजली की मांग में तेजी से हो रहा इजाफा
भारत में बिजली की मांग में तेजी से इजाफा हो रहा है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बिजली की मांग सालाना आधार पर 10.6 प्रतिशत बढ़ी है। पीक डिमांड में 12 प्रतिशत बढ़कर 250 गीगावाट हो गई है। अदाणी पावर के पास 15,120 मेगावाट की स्थापित थर्मल पावर क्षमता के आठ पावर प्लांट्स हैं, जो कि गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड में हैं। इसके अलावा कंपनी के पास 40 मेगावाट का गुजरात में सोलर पावर प्लांट भी है।