पेटीएम पेमेंट बैंक पर भारतीय रिजर्व बैंक की कार्रवाई से पहले ही जापानी निवेश कंपनी सॉफ्टबैंक ग्रुप की ओर से कंपनी के शेयर बेच दिए गए थे। ये शेयर सॉफ्टबैंक के विजन फंड द्वारा बेचे गए थे। निवेश फर्म इस फंड के तहत ज्यादातर निवेश टेक्नोलॉजी कंपनियों में करती है।
समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग के बातचीत करते हुए फंड के एग्जीक्यूटिव मैनेजर ने कहा कि भारत में नियामक माहौल के साथ-साथ कंपनी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के लाइसेंस को लेकर अनिश्चितता बढ़ती दिख रही थी। इस कारण हमें लगा कि यह सही समय है, जब हम अपने पास मौजूद एसेट का मोनेटाइजेशन करें। हमें काफी खुशी है कि पेटीएम के शेयर में गिरावट से पहले हमने एक बड़ा हिस्सा पेटीएम के शेयरों का बिक्री कर दिया है।
नवंबर 2022 से शुरू की थी बिकवाली
सॉफ्टबैंक ने नवंबर 2022 से पीटीएम ने शेयरों की बिकवाली को शुरू की थी। बता दें, आईपीओ के समय 2021 में सॉफ्टबैंक का पेटीएम में हिस्सा 18.5 प्रतिशत था, जो कि जनवरी 5 प्रतिशत पर आ गया है। हलांकि फंड मैनेजर द्वारा ये जानकारी नहीं दी गई कि मौजूदा समय में उनके पास पेटीएम का कितना प्रतिशत हिस्सा बाकी है।
पेटीएम पेमेंट बैंक पर लगाई रोक
हाल ही में आरबीआई की ओर से बड़ी कार्रवाई करते हुए पेटीएम पेमेंट बैंक पर रोक लगा दी गई। पेटीएम पेमेंट बैंक की 29 फरवरी के बाद करीब सभी सेवाएं बंद हो जाएगी। इस कारण से लगातार शेयर में गिरावट बनी हुई है। जनवरी में अपने उच्चतम स्तर से करीब शेयर 40 प्रतिशत नीचे आ चुका है।
घाटे में कंपनी
पेटीएम लगातार घाटे में बनी हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी की आय 6,028 करोड़ रुपये रही थी। इस दौरान कंपनी को 1856 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। वहीं, चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में कंपनी की आय 1,980 करोड़ रुपये रही थी और कंपनी को 324 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।