Sunday, November 24, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. 'महाकुंभ-2025' से पहले UP को मिलेगी एक और एक्सप्रेस-वे की सौगात, युद्धस्तर पर निर्माण कार्य हो रहा पूरा

'महाकुंभ-2025' से पहले UP को मिलेगी एक और एक्सप्रेस-वे की सौगात, युद्धस्तर पर निर्माण कार्य हो रहा पूरा

गंगा एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट के दौरान चार प्रमुख विभागों से मिलने वाली 153 अनापत्तियां में से 141 को प्राप्त कर लिया गया है। इस एक्सप्रेस-वे के लिए गंगा नदी पर (960 मीटर) और रामगंगा नदी पर (720 मीटर) जैसे बड़े सेतु का निर्माण भी होना है।

Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: January 02, 2024 16:41 IST
Expressway- India TV Paisa
Photo:FILE एक्सप्रेस-वे

उत्तर प्रदेश को विकसित राज्य बनाने के लिए सरकार कोई कोर कसर छोड़ना नहीं चाहती है। इसके लिए राज्य और केंद्र सरकार की ओर से हर क्षेत्र में काम किया जा रहा है। एक ओर जहां राज्य में एक्सप्रेस-वे का जाल बिछाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर उद्योगों को लगाने के लिए आसानी से जमीन और दूसरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। अब 'महाकुंभ-2025' से पहले उत्तर प्रदेश को एक और बड़ी सौगात देने की तैयारी है। दरअसल, देश के दूसरे सबसे लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे को इस साल के अंत तक पूरा कर संचालित करने की योजना है। इसके लिए अधूरे काम को युद्धस्तर पर पूरा किया जा रहा है। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए निर्देश

देश के दूसरे सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे को साल के अंत तक संचालित करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य करने के निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपीडा के अधिकारियों को दिए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि गंगा एक्सप्रेस-वे की प्रस्तावित लंबाई 594 किमी है, जो मुम्बई-नागपुर एक्सप्रेस-वे के बाद देश का दूसरा सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे बनने जा रहा है। वहीं, भारत के टॉप 10 लंबे एक्सप्रेस-वे में भी प्रदेश के चार एक्सप्रेस-वे पहले से ही अपना स्थान बनाए हुए हैं। गंगा एक्सप्रेस-वे के संचालन के साथ ही शीर्ष 10 में यूपी के 5 एक्सप्रेस-वे शामिल हो जाएंगे।

अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री ने की बैठक

हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यदायी एजेंसी यूपीडा के अधिकारियों के साथ इस संबंध में गहन बैठक करते हुए हर हाल में साल के अंत तक गंगा एक्सप्रेस-वे को संचालित करने के निर्देश दिये हैं। 2025 में महाकुंभ से पहले ही इस बहुप्रतीक्षित एक्सप्रेस-वे को शुरू कर दिया जाएगा। अधिकारी के अनुसार गंगा एक्सप्रेस-वे को शुरुआत में छह लेन, जबकि आगे चलकर आठ लेन में विस्तार किये जाने का प्रस्ताव है। इसकी डिजाइन स्पीड 120 किमी प्रतिघंटा होगी। एक्सप्रेस-वे पर विभिन्न स्थानों पर 9 जनसुविधा परिसरों को विकसित किया जाएगा। वहीं, दो स्थानों पर मुख्य टोल प्लाजा (मेरठ और प्रयागराज) जबकि रैम्प टोल प्लाजा 15 स्थानों पर प्रस्तावित हैं।

एक्सप्रेस-वे 12 जिलों के 518 गांवों से होकर गुजरेगा

प्रदेश को पूरब से पश्चिम तक जोड़ते हुए ये एक्सप्रेस-वे 12 जिलों के 518 गांवों से होकर गुजरेगा। इसके बाद मेरठ से हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली और प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज तक की दूरी को महज कुछ घंटों में ही तय किया जा सकेगा। गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ-बुलंदशहर (एनएच 334) पर बिजौली गांव से शुरू होकर प्रयागराज में एनएच-19 पर जूडापुर दादू गांव के समीप समाप्त होगा। 7,467 हेक्टेयर भूमि पर तैयार होने वाले इस एक्सप्रेस-वे परियोजना की लागत 36,230 करोड़ रुपए है। 

इनपुट: आईएएनएस

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement