देश के बैंकों का मुनाफा पहली बार 3 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड लेवल को पार कर गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह जानकारी साझा किया और खुशी जताते हुए कहा है कि पिछले 10 वर्षों में बैंकों की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। इससे गरीबों, किसानों और छोटे कारोबारियों को लोन आसानी से मिलने में मदद मिली है। शेयर मार्केट के जानकारों का कहना है कि सरकारी बैंकों की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। बैंकों का एनपीए कम हो रहा है और मुनाफा तेजी से बढ़ रहा है। इसका असर बैंकों के स्टॉक्स पर दिखाई दे रहा है। स्टॉक्स में तेजी बनी हुई है। अब मुनाफा बढ़कर रिकॉर्ड पर पहुंचने का असर मंगलवार को बैंकों के स्टॉक्स पर देखने को मिल सकता है। कई बैंकों के शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है।
सरकारी बैंकों का मुनाफा 34 प्रतिशत बढ़ा
बता दें कि वित्त वर्ष 2023-24 में सरकारी और निजी बैंक ने मिलकर 3.1 लाख करोड़ का मुनाफा दर्ज किया है। इस दौरान सरकारी बैंकों का मुनाफा सालाना आधार पर 34 प्रतिशत बढ़कर 1.4 लाख करोड़ हो गया है और निजी बैंकों का मुनाफा 42 प्रतिशत बढ़कर 1.7 लाख करोड़ पहुंच गया है। पिछले 10 वर्षों में सरकारी बैंकों में जबरदस्त बदलाव देखने को मिले हैं। बैंकों की बैलेंस शीट मजबूत हुई। साथ ही नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (एनपीए) में बड़ी गिरावट देखने को मिली है।
प्रधानमंत्री ने एक्स पर क्या लिखा?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, "पिछले 10 वर्षों में बैंकों की स्थिति में उल्लेखनीय बदलाव आया है। इसके कारण भारतीय बैंकों का मुनाफा बढ़कर
पहली बार 3 लाख करोड़ के पार पहुंच गया है।"पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए लिखा , "जब हम सत्ता में आए थे तो यूपीए सरकार की फोन-बैंकिंग पॉलिसी के कारण बैंक बड़े नुकसान और अधिक एनपीए का सामना कर रहे थे। इसके कारण आम लोगों के लिए बैंकों के दरवाजे बंद थे। बैंकों की सेहत में सुधार होने का सीधा फायदा गरीब, किसान और मध्यम एवं लघु उद्यो गों को होगा।"