हवाई सफर के दौरान या पहले इस साल तकनीकी खराबी के चलते फ्लाइट्स पर असर का अनुभव कई लोगों ने किया होगा। ऐसी घटनाएं इस साल अब तक एक दो या पांच दस नहीं, बल्कि 427 घटनाएं हो चुकी हैं। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, इस साल 19 जुलाई तक आठ शिड्यूल्ड पैसेंजर एयरलाइनों के विमानों में तकनीकी खराबी की 427 घटनाएं हुईं। इसका असर भी जोरदार देखने को मिला। पीटीआई की खबर के मुताबिक, जनवरी 2024 से 19 जुलाई तक की अवधि के दौरान, शिड्यूल्ड पैसेंजर एयरलाइनों की 268 उड़ानें कैंसिल कर दी गईं।
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री ने बताए आंकड़े
खबर के मुताबिक, नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने सोमवार को राज्यसभा को एक लिखित उत्तर के रूप में यह डेटा उपलब्ध कराया है। साल 2024 में 19 जुलाई तक, इंडिगो ने अपने विमान में तकनीकी खराबी की 46 घटनाएं देखीं, जबकि एलायंस एयर के मामले में यह संख्या 51 थी। स्पाइसजेट और विस्तारा में क्रमशः 23 और 44 ऐसी घटनाएं हुईं। आंकड़ों के मुताबिक, एयर इंडिया के फ्लीट ए में 152 ऐसी घटनाएं हुईं, जबकि फ्लीट बी में जनवरी-जुलाई 19, 2024 की अवधि के दौरान 101 ऐसी घटनाएं हुईं। यहां बता दें, फ्लीट ए का मलब एयरबस विमानों से है और फ्लीट बी का मतलब बोइंग विमानों से है।
कई फ्लाइट करनी पड़ीं कैंसिल
फ्लाई बिग और अकासा एयर में इस अवधि के दौरान 6 और 4 ऐसी घटनाएं हुईं। इन एयरलाइन्स के विमानों में तकनीकी खराबी की कुल घटनाओं की संख्या समीक्षाधीन अवधि के दौरान 427 तक पहुंच गई। साल 2023 में, उन्होंने 453 ऐसी घटनाएं देखीं, जो 2022 में देखी गई 529 से कम है। आंकड़ों के मुताबिक,साल 2021 में यह संख्या 515, 2020 में 421 और 2019 में 640 थी। आंकड़ों से पता चला है कि इंडिगो ने तकनीकी कारणों से 49 उड़ानें कैंसिल कीं, एलायंस एयर (45), स्पाइसजेट (22) और फ्लाई बिग (27) ने इस साल 19 जुलाई तक उड़ानें कैंसिल कर दीं।
विस्तारा और अकासा एयर ने फ्लाइट कैंसिल नहीं की
इस अवधि के दौरान, एयर इंडिया फ्लीट ए और फ्लीट बी ने तकनीकी मुद्दों के कारण क्रमशः 88 और 37 उड़ानें रद्द कीं। आंकड़ों के मुताबिक, समीक्षाधीन अवधि के दौरान तकनीकी कारणों से विस्तारा और अकासा एयर ने कोई भी फ्लाइट कैंसिल नहीं की। जनवरी-19 जुलाई, 2024 की अवधि के दौरान, मालवाहक विमान ब्लूडार्ट एविएशन में तकनीकी कारणों से विमान में एक तकनीकी खराबी की घटना हुई तथा एक उड़ान रद्द हुई।