नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने एयरलाइंस कंपनियों से कहा है कि फ्लाइट में देरी होने पर सक्रिय रूप से सूचना दें। साथ ही साथ यह सुनिश्चित भी करें कि चेक-इन काउंटर पर पूरी तरह से कर्मचारी मौजूद हों, ताकि सफर में अड़चन को कम करने में मदद मिल सके। पीटीआई की खबर के मुताबिक, नागरिक उड्डयन मंत्री ने बीते बुधवार को कोहरे की तैयारियों पर विभिन्न हितधारकों के साथ एक समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। आमतौर पर, कोहरे का मौसम दिसंबर की शुरुआत में शुरू होता है।
इस सर्दी में बाधाओं को दूर करने में अच्छी प्रगति
खबर के मुताबिक, इस साल की शुरुआत में जारी किए गए मानदंडों के मुताबिक, अगर बोर्डिंग के बाद फ्लाइट के ऑपरेशन में लंबी देरी होती है, तो यात्रियों को एयरपोर्ट के डिपार्चर गेट के जरिये विमान से बाहर निकलने की अनुमति दी जाएगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा है कि इस सर्दी में विजिबिलिटी से जुड़ी चुनौतियों के प्रबंधन की तैयारी सही दिशा में आगे बढ़ रही है और बाधाओं को दूर करने में अच्छी प्रगति हुई है।
एयरलाइंस को ये निर्देश भी दिए गए
मंत्रालय की तरफ से एयरलाइंस कंपनियों को निर्देश दिया गया है कि वे विजिबिलिटी से जुड़ी समस्याओं के कारण संभावित देरी/कैंसिलेशन के बारे में यात्रियों से सक्रिय रूप से संवाद करें और यह सुनिश्चित करें कि टिकट बुकिंग के दौरान सही यात्री संपर्क जानकारी दर्ज की जाए। मंत्रालय की तरफ से यह भी कहा गया है कि अगर देरी तीन घंटे से अधिक है, तो फ्लाइट कैंसिल करनी होगी। बता दें, बीते सोमवार को दिल्ली में खराब मौसम और प्रदूषण के चलते कम से कम 15 फ्लाइट्स को डायवर्ट किया गया। 100 से फ्लाइट्स में देरी हुई।
DGCA के दिशानिर्देशों का पालन करेंगे
एयरलाइंस कंपनियों ने कहा है कि वे दिल्ली और दूसरे एयरपोर्ट के लिए CAT II/III अनुपालन वाले विमान और पायलटों को तैनात करने के संबंध में DGCA के गाइडलाइंस का पालन करेंगे, जो कोहरे से प्रभावित हो सकते हैं। दिल्ली एयरपोर्ट के चार रनवे में से, जो देश का सबसे व्यस्त एयरपोर्ट भी है, तीन में CAT III ILS (इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम) है जो कम दृश्यता स्तरों पर उड़ान संचालन की अनुमति देगा। CAT II/III अनुपालन पायलटों को कम दृश्यता (विजिबिलिटी) की स्थिति में विमान संचालित करने की अनुमति देगा।
प्रमुख स्थानों पर एलईडी स्क्रीन लगाने की सलाह
बीसीएएस सर्कुलर मौसम या तकनीकी देरी के कारण फ्लाइट के अंदर फंसे यात्रियों को सुचारू रूप से दोबारा एंट्री की अनुमति देता है, जिससे असुविधा कम होती है और फ्लाइट्स फिर से शुरू होने पर आसानी से रीबोर्डिंग की सुविधा मिलती है। फ्लाइट में देरी और कैंसिल होने के समय यात्रियों की उचित सुविधा प्राथमिकता है। दिल्ली हवाई अड्डे के संचालक डायल (दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड) को यात्रियों को दृश्यता की स्थिति के बारे में वास्तविक समय में अपडेट प्रदान करने के लिए प्रमुख स्थानों पर एलईडी स्क्रीन लगाने की सलाह दी गई है।