Highlights
- रिलायंस फाउंडेशन ने असम के मुख्यमंत्री राहत कोष में 25 करोड़ रुपये का योगदान दिया
- रिलायंस फाउंडेशन बीते एक माह से राज्य सरकार के साथ मिलकर राहत के प्रयास कर रही है
- रिलायंस फाउंडेशन की ओर से राज्य के 5,000 परिवारों को राशन किट भी प्रदान की गई है
Assam Flood Relief: उत्तर पूर्वी राज्य असम इस समय बाढ़ की भयंकर आपदा का सामना कर रहा है। राज्य की बड़ी आबादी इस बाढ़ का शिकार हुई है। राज्य की इस भयंकर प्राकृतिक आपदा में रिलायंस फाउंडेशन लोगों की मदद में सामने आया है। रिलायंस फाउंडेशन ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री राहत कोष में 25 करोड़ रुपये का योगदान दिया है।
रिलायंस फाउंडेशन के इस कदम के प्रति आभार व्यक्त करते हुए असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “इस अहम मौके पर असम के लोगों के साथ खड़े होने के लिए राज्य सरकार मुकेश अंबानी और अनंत अंबानी का हार्दिक आभार व्यक्त करती है। यह सहायता हमारे बाढ़ राहत उपायों को तेज करने में काफी मददगार साबित होगी।"
जमीनी स्तर पर भी मदद
मुख्यमंत्री राहत कोष में योगदान के अलावा रिलायंस फाउंडेशन बीते एक माह से जमीनी स्तर पर राज्य सरकार और सिविल सोसाइटी के साथ मिलकर प्रयास कर रहा है। बाढ़ की आपदा को देखते हुए रिलायंस फाउंडेशन ने असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विभाग, जिला प्रशासन और अन्य नागरिक समाज संगठनों के साथ हाथ मिलाया है।
प्रभावित जिलों में राहत कैंप
बाढ़ में फंसे लोगों को राहत प्रदान करने और बाढ़ से पैदा संकट को कम करने के लिए कछार जिले में, रिलायंस फाउंडेशन सिलचर, कलैन, बोरखोला और कटिगोर्ह ब्लॉक में तत्काल राहत पहुंचाने का काम कर रहा है। इसके साथ ही नागांव जिले के काठियाटोली, राहा, नगांव सदर और कामपुर ब्लॉक में राहत कार्यों में हाथ बंटा रहा है। इन जिलों में फाउंडेशन की ओर से चिकित्सा शिविर आयोजित किए जा रहे हैं और आपातकालीन राहत किट वितरित की जा रही हैं। इसके अलावा, कछार और नागांव जिलों में कई पशुधन शिविर भी आयोजित किए गए हैं। ये बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित जिले हैं।
हजारों लोगों तक पहुंची राहत
1 जून को इन राहत शिविरों की शुरुआत की गई थी। उसके बाद से, बाढ़ से उत्पन्न होने वाली विभिन्न बीमारियों से राहत देने के लिए 1,900 से अधिक लोगों की जांच की गई और उनका इलाज किया गया। इसके अलावा पशुधन शिविरों में 10,400 से अधिक जानवरों का इलाज किया गया है।
राहत किट के जरिए सीधी मदद
चिकित्सा शिविरों के अलावा, रिलायंस फाउंडेशन स्थानीय स्तर पर तत्काल राहत प्रदान करने के लिए सूखा राशन और हाईजीन से जुड़ी जरूरतों के लिए राहत किट भी बांट रही है। अब तक 5,000 परिवारों को किट प्रदान की गई हैं।
1.7 लाख लोगों तक पहुंचा रिलायंस फाउंडेशन
रिलायंस फाउंडेशन इससे पहले भी लोगों की मदद के लिए सामने आता रहा है। 2021 में, रिलायंस फाउंडेशन ने आठ प्राकृतिक आपदाओं के दौरान प्रभावित राज्यों की मदद की। इस दौरान रिलायंस फाउंडेशन ने चक्रवात और बाढ़ की विभीषिका में आपदा से पहले और उसके बाद राहत एवं सहायता का काम संभाला। पिछले एक साल में रिलायंस फाउंडेशन 1.7 लाख से अधिक लोगों तक पहुंचा है।