Apple अब दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी नहीं रह गई है। एप्पल को सऊदी की पेट्रोलियम कंपनी अरामको ने पीछे छोड़ दिया है। दरअसल, पेट्रोलियम उत्पाद की कीमत में जबरदस्त उछाल से अरामको का मुनाफा बंपर बढ़ा है। वहीं, टेक्नोलॉजी की स्थिति खराब होने से एप्पल को नुकसाना उठाना पड़ा है। इससे सऊदी अरामको को लंबे समय बाद दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बनने का ताज प्राप्त हो गया है। बुधवार के बाजार बंद भाव के मुताबिक सऊदी अरामको का बाजार मूल्यांकन बढ़कर 2.42 लाख करोड़ डॉलर पहुंच गया। वहीं, एप्पल का बाजार मूल्यांकन घटकर 2.37 लाख करोड़ डॉलर रह गया। इस तरह अरामको को नंबर-1 का ताज मिल गया है। गौरतलब है कि सऊदी अरामको दुनिया की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी है।
शेयरों में गिरावट से एप्पल को नुकसान
इस साल टेक कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त गिरावट आई है। एप्पल के शेयर ही नैस्डैक 100 इंडेक्स में 24.8% लुढ़का है। इस गिरावट से एप्पल का बाजार मूल्यांकन नीचे आया है। इस बीच, एसएंडपी 500 एनर्जी सेक्टर इस साल 40% बढ़ गया है, जो ब्रेंट कच्चे तेल की कीमत में एक रैली के कारण हुआ है। वहीं, दूसरी ओर अरामको का शेयर 28 फीसदी चढ़ा है। इससे अरामको को मूल्यांकन बढ़ा है।
अरामको का मुनाफा 124 फीसदी बढ़ा
तेल के दाम आसमान छून से अरामको का मुनाफा 124 फीसदी बढ़ गया है। साल 2020 में अरामको को 49 अरब डॉलर का मुनाफा हुआ था जो 2021 में बढ़कर 110 अरब डॉलर हो गया। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से कच्चे तेल की कीमत में काफी तेजी आई है। इससे अरामको और दूसरी पेट्रोलियम कंपनियों को फायदा मिला है।