गौतम अडाणी की अगुवाई वाली अडाणी ग्रुप के लिए एक और अच्छी खबर आ गई है। अमेरिकी निवेश कंपनी जीक्यूजी पार्टनर्स ने अडाणी समूह की दो कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर पांच प्रतिशत से ज्यादा कर दी है। जीक्यूजी ने 28 जून को अडाणी समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड और अक्षय ऊर्जा फर्म अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड में एक अरब डॉलर (8,265 करोड़ रुपये) का अतिरिक्त निवेश किया। शेयर बाजार को दी जानकारी के अनुसार अडाणी एंटरप्राइजेज में यह हिस्सेदारी बिक्री एक थोक सौदे के तहत हुई, जिसमें जीक्यूजी ने 1.79 करोड़ या 1.58 प्रतिशत अतिरिक्त शेयर खरीदकर अपनी हिस्सेदारी 6.15 करोड़ शेयर या 5.4 प्रतिशत कर दी।
गौतम अडाणी और परिवार ने शेयर हिस्सेदारी घटाई
शेयर बाजार को दी गई एक अन्य सूचना के अनुसार, उद्योगपति गौतम अडाणी और उनके भाई राजेश एस अडाणी ने प्रवर्तक परिवार के शेयर बेचे हैं। इसके बाद अडाणी एंटरप्राइजेज में अडाणी परिवार की हिस्सेदारी 69.23 प्रतिशत से घटकर 67.65 प्रतिशत रह गई है। जानकारी के अनुसार, अडाणी ग्रीन एनर्जी में जीक्यूजी ने 4.47 करोड़ या 2.82 प्रतिशत अतिरिक्त शेयर खरीदकर अपनी हिस्सेदारी 10.35 करोड़ शेयर या 6.54 प्रतिशत कर दी है।
कितना निवेश इसकी जानकारी नहीं दी गई
शेयर बाजार को दी सूचना में इन सौदों की राशि के बारे में नहीं बताया गया, लेकिन सूत्रों का कहना है कि अमेरिकी कंपनी ने समूह की दोनों कंपनियों के शेयर 50-50 करोड़ डॉलर में खरीदे हैं। आपको बाता दें कि अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से पिछले पांच महीने से ग्रुप पर संकट के बादल धीरे-धीरे खत्म हो रहे हैं। हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी को अडाणी पर शेयरों की कीमतों में हेराफेरी करने और खातों में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। साथ ही शॉर्टसेलर ने फर्जी कंपनियों के जरिए धन के गुप्त लेनदेन का आरोप भी लगाया। अडाणी समूह ने इन आरोपों का दृढ़ता से खंडन किया था और हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को ''भारत पर एक सोचा-समझा हमला'' बताया था। हालांकि, सेबी को आने वाले महीनों में अपनी रिपोर्ट (अडाणी समूह के खिलाफ एक अलग आरोप पर) जमा करनी है।