फैशन इंडस्ट्री में अपनी पकड़ मजबूत बनाने के लिए रिलायंस रिटेल एक के बाद एक कंपनियों पर दांव लगा रही है। इसी कड़ी में रिलायंस रिटेल अब लालभाई परिवार प्रोमोटेड कंपनी अरविंद फैशन के खुदरा सौंदर्य कारोबार का अधिग्रहण करेगी। अरविंद फैशन ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि कंपनी की पूरी हिस्सेदारी बेचने और हस्तांतरण करने के लिए रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी रिलायंस ब्यूटी एंड पर्सनल केयर लिमिटेड के साथ उसने शेयर खरीद समझौता किया है। अहमदाबाद की कंपनी ने कहा कि समझौते की औपचारिकताएं पूरी होने के बाद अरविंद ब्यूटी ब्रांड्स रिटेल उसकी सहायक कंपनी नहीं रहेगी।
अरविंद ब्यूटी ब्रांड्स का 336 करोड़ का कारोबार
बिक्री के संबंध में कंपनी ने कहा कि संपूर्ण इक्विटी हिस्सेदारी की बिक्री और ऋणों के पुनर्भुगतान के लिए 216 करोड़ रुपये के उद्यम मूल्य पर सौदा किया गया है। संपूर्ण इक्विटी हिस्सेदारी की बिक्री के लिए खरीद विचार 99.02 करोड़ रुपये है। वित्त वर्ष 2022-23 में अरविंद ब्यूटी ब्रांड्स रिटेल का कारोबार 336.70 करोड़ रुपये था। अरविंद फैशन के एकीकृत राजस्व में इसका योगदान 7.60 प्रतिशत था। रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) आरआईएल (रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड) समूह के तहत सभी खुदरा कंपनियों की होल्डिंग कंपनी है।
आलिया भट्ट की कंपनी का किया था अधिग्रहण
आपको बता दें कि सितंबर महीने में रिलायंस रिटेल ने अभिनेत्री आलिया भट्ट द्वारा प्रवर्तित बच्चों (किड्स) और मातृत्व संबंधी कपड़ों के ब्रांड एड-अ-मम्मा की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था। उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के खुदरा परिचालन वाली कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) ने बयान में कहा था कि उसका लक्ष्य ब्रांड एड-अ-मम्मा को गतिशील वृद्धि पथ पर ले जाना है। दोनों कंपनियों ने संयुक्त बयान में कहा था कि यह संस्थापक आलिया भट्ट के साथ नजदीकी से सहयोग करेगी और कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए अपनी अनुषंगी रिलायंस ब्रांड्स लिमिटेड की प्रबंधन शक्ति का लाभ उठाएगी। कंपनी ने कहा कि एड-अ-मम्मा की स्थापना आलिया भट्ट ने 2020 में 2-12 साल के बच्चों के लिए एक परिधान ब्रांड के रूप में की थी। पिछले साल इसने अपने उत्पादों में मातृत्व से जुड़े परिधानों को भी शामिल किया था। इससे पहले भी रिलायंस रिटेल कई कंपनियों का अधिग्रहण कर चुकी है।