संपत्ति की कीमत और ब्याज दर लगातार बढ़ती ही जा रही है। घर खरीदें या किराए पर लें यह एक बहुत बड़ा सवाल है। अधिकतर लोग इन दोनों के बीच यह तय नहीं कर पाते हैं कि दोनों के बीच कौन ज्यादा फायदे का सौदा है। घर खरीदने के फायदे भी कई हैं। वहीं दूसरी तरफ घर खरीदने के नुकसान भी कम नहीं है। इसके बावजूद भी ज्यादातर लोग घर किराए पर लेने से पहले इसे खरीदने के बारे में सोचते हैं। घर किराए पर लेने के भी फायदे और नुकसान दोनों है। क्या आप भी घर खरीदने या रेंट पर लेने की सोच रहें हैं? दोनों के फायदे और नुकसान जानने के बाद आप सही निर्णय ले सकेंगे।
घर खरीदने के फायदे
घर खरीदने के फायदों की बात करने से पहले संपत्ति की कीमत और ब्याज दर के ऊपर एक नजर डालना जरूरी है। क्रिसिल रिपोर्ट के मुताबिक पिछले लगभग एक दशक से हर साल संपत्ति की कीमत में 6% की औसत वृद्धि हो रही है। वहीं दूसरी तरफ लोन के ऊपर ब्याज दर में भी बढ़ोतरी होती है। घर खरीदने के ऊपर जो पैसे इन्वेस्ट करते हैं वह इक्विटी के रूप में वापस आ जाता है। इसके पीछे की वजह संपत्ति की कीमत बढ़ना है। आगे चलकर ये परिवार के लिए भी बचत और धन का स्त्रोत हो सकता है। घर खरीदने के फायदे यह भी है कि हर महीने किराया देने से बच जाते हैं। इसके अलावा 1.5 लाख तक टैक्स सेविंग भी संभव है।
घर खरीदने के नुकसान
घर खरीदने के नुकसान में स्थिरता शामिल है। यानी एक बार इसे खरीदने के बाद जॉब कहीं और मिलने पर लोग समय के अनुसार कभी भी घर नहीं बदल सकते हैं। घर खरीदने के नुकसान में सबसे महत्वपूर्ण अग्रिम निवेश है। सभी बचत रकम को लोग एक साथ लगा कर ही घर को खरीद पाते हैं। होम लोन लेने पर किराए की तरह हर महीने ईएमआई पे करते हैं। घर की मरम्मत, पेंटिंग और अन्य काम करवाने में भी हजारों रुपये लग सकते हैं।
घर किराए पर लेने के फायदे
घर किराए पर लेने के फायदे यह है कि लोग कभी भी अलग-अलग एरिया में शिफ्ट हो सकते हैं। कहीं भी नौकरी मिलने पर बदलते समय थोड़ी बहुत समस्या हो सकती है। एक साथ पूंजी की जरूरत नहीं पड़ती है ये भी घर किराए पर लेने के फायदे हैं। वहीं दूसरी तरफ अगर नुकसान की बात करें तो हर साल किराए में बढ़ोतरी होती है। मकान मालिक कभी भी घर खाली करने के लिया कह सकता है। घर खरीदें ये किराए पर लें दोनों के फायदे और नुकसान जानने के बाद अब आप आसानी से ये तक कर सकते हैं की कौन ज्यादा फायदे का सौदा है।