आने वाले दिनों में Bitcoin समेत तमाम क्रिप्टोकरेंसी के भाव में बड़ी गिरावट आ सकती है। दरअसल, अमेरिकी बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने क्रिप्टो के खिलाफ चौतरफा हमला करते हुए 130 मुकदमे दायर कर दिए हैं। इसी कड़ी में इस सप्ताह दायर दो मुकदमे क्रिप्टोकरंसी के भविष्य को संभावित रूप से निर्धारित कर सकते हैं। जानकारों का कहना है कि अमेरिककी सिक्योरिटीज एक्सचेंज की इस कदम का बड़ा असर क्रिप्टो के भाव पर देखने को मिल सकता है। आने वाले दिनों में तमाम क्रिप्टोकरेंसी के भाव में बड़ी गिरावट आ सकती है।
पहले कानून बन जाने दें, फिर करें क्रिप्टो करेंसी में निवेश
दुनिया में अधिकांश देश अभी भी क्रिप्टोकरेंसी की वैधता के मुद्दे से जूझ रहे हैं और उस पर स्पष्टता आनी बाकी है। पिछले सप्ताह ही अमेरिका में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने दो एक्सचेंजों-बाइनेंस और क्वोइनबेस पर बड़ी कार्रवाई की है। ऐसे में सावधानी ही मूलमंत्र होना चाहिए। जहां तक भारत का संबंध है, हालांकि क्रिप्टो में कारोबार होता है, लेकिन यह न तो कानूनी है और न ही अवैध। एक्सचेंज हैं लेकिन बिना नियमन के। यह चिंता का एक बड़ा कारण है क्योंकि निवेशक ही किसी भी विवाद का खामियाजा भुगतते हैं। कोई मध्यस्थता नहीं है। कर विभाग क्रिप्टो व्यवसाय को पैसा बनाने या खोने का एक सम्मानजनक या उचित तरीका नहीं मानता है। ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि पहले कानून बन जाने दें, फिर करें क्रिप्टो करेंसी में निवेश।
बिटकॉइन, एथेरियम की कीमतों पर असर नहीं
यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) द्वारा शीर्ष क्रिप्टो एक्सचेंज बाइनेंस और कॉइनबेस के खिलाफ मुकदमे सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत पर बड़ा असर नहीं डाल पया है। बिटकॉइन इस सप्ताह लगभग 26,500 डॉलर प्रति डिजिटल क्वाइन पर है। निवेशक एसईसी के मुकदमों से काफी हद तक अप्रभावित दिखे। कॉइन्डेस्क के अनुसार, अग्रणी क्रिप्टोकरेंसी मंगलवार को 26,000 डॉलर के नीचे चला गया, लेकिन पूरे हफ्ते इसी के आसपास बना रहा। विश्लेषकों ने सुझाव दिया कि निवेशकों ने पहले ही कीमत लगा दी थी।