Highlights
- शर्तों के तहत अडाणी समूह ने 5,000.15 करोड़ रुपये दिए हैं
- अंबुजा सीमेंट्स की एसीसी लिमिटेड में 50.05 प्रतिशत हिस्सेदारी है
- अधिग्रहण के बाद, गौतम अडानी अब अंबुजा सीमेंट्स के बोर्ड के चेयरमैन
अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड ने मंगलवार को कहा कि उसने अडाणी समूह की कंपनी हार्मोनिया ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट को 47.74 करोड़ वारंट जारी किए हैं और साथ ही 5,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। अंबुजा सीमेंट अब अडाणी सीमेंट का हिस्सा है। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि उसके 418.87 रुपये की कीमत पर 47.74 करोड़ वारंट जारी किए हैं। इस लेनदेन की शर्तों के तहत अडाणी समूह ने 5,000.15 करोड़ रुपये दिए हैं, जो 'सीमित निर्गम मूल्य का 25 प्रतिशत' है। अंबुजा सीमेंट्स ने कहा, ''हम आपको बताना चाहते हैं कि कंपनी के निदेशकों की वित्त समिति ने आज आयोजित अपनी बैठक में निजी नियोजन के जरिए तरजीही आधार पर हार्मोनिया ट्रेड और इनवेस्टमेंट लिमिटेड को कंपनी के वारंटों के आवंटन को मंजूरी दी।''
गौतम अडानी अब बोर्ड के चेयरमैन
कंपनी ने बताया कि अडाणी समूह की फर्म को तरजीही आधार पर जारी किए गए वारंट का अंकित मूल्य दो रुपये है। अंबुजा सीमेंट्स के शेयरधारकों ने आठ अक्टूबर को एक ईजीएम में अडाणी समूह की कंपनियों को वारंट जारी कर 20,000 करोड़ रुपये जुटाने, और साथ ही कंपनी के बोर्ड में गौतम अडाणी और अन्य निदेशकों की नियुक्ति के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। अडाणी समूह द्वारा अधिग्रहण के बाद, गौतम अडानी अब अंबुजा सीमेंट्स के बोर्ड के चेयरमैन हैं। अंबुजा सीमेंट्स की एसीसी लिमिटेड में 50.05 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
20,000 करोड़ रुपये जुटाने को मिली थी मंजूरी
अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड को 20,000 करोड़ रुपये जुटाने को मिली मंजूरी थी। कंपनी हार्मोनिया ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड को तरजीही आधार पर प्रतिभूति जारी करके 20,000 करोड़ रुपये जुटाने के एक विशेष प्रस्ताव को भी पारित किया था। इस प्रस्ताव के पक्ष में 91.37 प्रतिशत शेयरधारकों के मत पड़े थे। इसके अलावा अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी, उनके बेटे करण अडाणी और दो निदेशकों तथा चार स्वतंत्र निदेशकों को अंबुजा सीमेंट्स के निदेशक मंडल में नियुक्त करने संबंधी प्रस्ताव को भी शेयरधारकों ने मंजूर दी। ईजीएम में गौतम अडाणी मौजूद नहीं थे और उनकी जगह बैठक की अध्यक्षता उनके बेटे करण अडाणी ने की थी। संस्थागत निवेशक परामर्श कंपनी आईआईएए ने शेयरधारकों को 20,000 करोड़ रुपये जुटाने के प्रस्ताव के खिलाफ मत देने की सलाह दी थी।