आकाशा एयर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनय दुबे ने बुधवार को कहा कि किसी विशेष मौके का फायदा उठाकर एयरलाइंस कंपनियों द्वारा हवाई टिकट के दाम में बेतहाशा बढ़ोतरी करना सही नहीं है। आपको बता दें कि पिछले एक महीने में गो फर्स्ट एयरलाइन का परिचालन बंद होने और गर्मियों के मौसम में हवाई टिकटों की मांग में आई बढ़ोतरी के बीच उड़ानों का किराया बहुत अधिक हो जाने को लेकर चौतरफा चर्चा हो रही है। वहीं, उडिशा में ट्रेन एक्सीडेंट के बाद एयरलाइंस कंपनियों ने दिल्ली, मुंबई और कोलकाता से उडिशा की फ्लाइट के टिकट के दाम में एकदम से बढ़ोतरी कर दी थी। इसकी आलोचना सोशल मीडिया पर खूब हुई। ऐसे में एक एयरलाइंस कंपनी के सीईओ का यह कमेंट हवाई कंपनियों को आंख खोलने वाला है।
टिकट की वाजिब कीमत लेने का निर्देश
नागर विमानन मंत्रालय भी एयरलाइन कंपनियों को वाजिब किराये की एक व्यवस्था बनाने को कह चुका है। इस संदर्भ में दुबे ने कहा कि हालात का फायदा उठाने के लिए किराया बढ़ाने के मुद्दे पर नागर विमानन मंत्रालय का नजरिया एकदम साफ है और वह इस समय भारत में हवाई टिकटों के औसत दाम की बात नहीं कर रहा है। आकाश एयर के सह-संस्थापक दुबे ने कहा, ‘‘हद से ज्यादा किराया वसूलने को लेकर सरकार चिंतित है। एयरलाइन समुदाय से जुड़े होने के नाते हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि टिकटों के दाम बहुत ज्यादा न हों।’’ उन्होंने कहा, ‘‘किसी खास स्थिति का फायदा उठाने के लिए दाम बढ़ा देना अच्छी बात नहीं है। भारत में टिकटों का औसत दाम दुनिया में बहुत ग्राहक-अनुकूल है। भारतीय हवाई ग्राहकों के पास सबसे अच्छी टिकट मूल्य प्रणाली है। यह एक तथ्य है और दुनिया में किसी दूसरे देश की तुलना में बहुत सस्ती टिकटें हैं।"
सरकार भी हरकत में आई
भारत में हवाई टिकटों के दाम बेतहाशा बढ़ने के बाद सरकार भी हरकत में आई है और उसने एयरलाइंस के साथ बैठक कर उन्हें हवाई टिकटों के वाजिब दाम तय करने की एक व्यवस्था बनाने को कहा है। एयरलाइंस को टिकटों के दाम पर नजर रखने को भी कहा गया है। भारत में हवाई टिकटों के दाम सरकारी नियंत्रण से बाहर हैं और एयरलाइंस अपने स्तर पर ही किराया तय करती हैं।