टाटा समूह के स्वामित्व वाली घरेलू एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया ने महाराष्ट्र के अमरावती में एक उड़ान प्रशिक्षण संस्थान (फ्लाइंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट) सेट अप करने की सोमवार को अनाउंसमेंट की। एयरलाइन इस पहल के तहत हर साल 180 कॉमर्शियल पायलट को प्रशिक्षित (ट्रेंड) करेगी। भाषा की खबर के मुताबिक, एयर इंडिया ने एक बयान में कहा कि बेलोरा एयरपोर्ट पर नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) लाइसेंस प्राप्त उड़ान प्रशिक्षण संगठन (एफटीओ) दक्षिण एशिया में अपनी तरह का सबसे बड़ा संस्थान होगा।
ऐसी पहली सुविधा होगी
खबर के मुताबिक, फ्लाइंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बनकर तैयार हो जाएगा। एयरलाइन ने यह भी बताया कि यह आगामी सुविधा देश में किसी भी भारतीय एयरलाइन द्वारा स्थापित की जाने वाली पहली सुविधा होगी। इसमें प्रशिक्षण के लिए 31 सिंगल इंजन वाले विमान और तीन डबल इंजन वाले विमान होंगे। एयर इंडिया ने कहा कि उसे महाराष्ट्र हवाई अड्डा विकास कंपनी (एमएडीसी) से 30 सालों के लिए इस सुविधा की स्थापना और संचालन के लिए टेंडर मिला है।
इंटरनेशनल एयरलाइन बनने की महत्वाकांक्षा को मिलेगा सपोर्ट
एयर इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी कैम्पबेल विल्सन ने कहा कि अमरावती में एफटीओ भारतीय विमानन को और अधिक आत्मनिर्भर बनाने और भारत में युवाओं को पायलट के रूप में उड़ान भरने की उनकी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए अधिक अवसर प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। उन्होंने कहा कि इस एफटीओ में प्रशिक्षित युवा पायलट एयर इंडिया की इंटरनेशनल एयरलाइन बनने की महत्वाकांक्षा को बढ़ावा देंगे।
एमएडीसी की वाइस चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक स्वाति पांडे ने कहा कि एमएडीसी और एयर इंडिया के बीच सहयोगात्मक पहल से न सिर्फ विमानन क्षेत्र (एविएशन सेक्टर) में 3,000 से अधिक नए रोजगार अवसर जेनरेट होंगे बल्कि महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था को भी सपोर्ट मिलेगा। एयर इंडिया को टाटा समूह ने भारत सरकार से खरीदा है।