Highlights
- अमेरिकी अथॉरिटी की ओर से अप्रूवल मिलने के बाद एयर इंडिया B777 आपरेशन आज से शुरू
- एयर इंडिया ने अमेरिका जाने वाली अपनी 8 फ्लाइट्स को कैंसिल कर दिया था
- आज सुबह एयर इंडिया की पहली फ्लाइट जेएफके एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गई।
एयर इंडिया के यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। अमेरिका में बुधवार को 5जी की शुरुआत के बाद से एयर इंडिया ने अमेरिका जाने वाली अपनी 8 फ्लाइट्स को कैंसिल कर दिया था। अब एयर इंडिया से सूचित किया है कि अमेरिकी अथॉरिटी की ओर से अप्रूवल मिलने के बाद एयर इंडिया ने B777 आपरेशन आज से शुरू कर दिया है।
आज सुबह एयर इंडिया की पहली फ्लाइट जेएफके एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गई। आज शिकागो और एसएफओ एयरपोर्ट के लिए भी उड़ानें शिड्यूल हैं। इस प्रकार कल से फ्लाइट कैंसिल होने के चलते अटके यात्रियों को राहत मिली है। बता दें कि अमेरिका में 19 जनवरी से 5जी सेवाओं की शुरुआत हुई थी। लेकिन 5जी से एयरलाइंस की क्रियाकलाप में व्यवधान पड़ने के डर के चलेत एयर इंडिया सहित कई कंपनियों ने अमेरिका जाने वाली फ्लाइट पर रोक लगा दी थी।
5G इंटरनेट से विमानों को क्या खतरा
5जी तकनीक के बारे में बात करें तो इस तेज इंटरनेट सर्विस का स्पेक्ट्रम सी बैंड पर आधारित है। यह स्पेक्ट्रम पर 3.7-3.98 गीगा हर्ट्ज (GHz) रेंज पर होता है। दूसरी ओर विमानों के लिए अल्टिमीटर का उपयोग होता है। यह 4.2-4.4 गीगा हर्ट्ज पर संचालित होते हैं। यह किसी विमान की जमीन से ऊंचाई कितनी है, उड़ान के वक्त यह मापने के लिए अल्टिमीटर का उपयोग किया जाता है। विमान कंपनियों का कहना है कि चूंकि 5जी इंटरनेट सर्विस के लिए निर्धारित स्पेक्ट्रम बेंड, अल्टिमीटर के संचालन के लिए जरूरी स्पेक्ट्रम बेंड के आसपास ही होंगे, इसलिए अल्टिमीटर के सटीक संचालन में खलल पड़ सकता है।
एयरपोर्ट्स के पास 5जी सर्विस रोकेंगी अमेरिकी कंपनियां
हालांकि, अमेरिका में 5जी इंटरनेट सेवा प्रदाता कंपनियां वेरिजन और एटीएंडटी की दलील है कि करीब 40 देशों में 5जी सर्विस विमानों के संचालन में किसी तरह की बाधा के बिना शुरू हुई है। उनका कहना है कि जिस तरह फ्रांस में हवाई अड्डों के आसपास बफर जोन बना दिए गए हैं, उसी तरह करीब 50 अमेरिकी एयरपोर्ट्स के ईर्द-गिर्द भी छह महीने तक 5जी सर्विस को रोक दिया जाए।