टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने अपने पैसेंजर्स के लिए एक नई सुविधा- फेयर लॉक को पेश किया है। फेयर लॉक सुविधा पैसेंजर्स को ज्यादा लचीलेपन और आसानी से अपनी यात्रा की योजना बनाने की सुविधा प्रदान करेगा। यह फेयर लॉक सुविधा ग्राहकों को 48 घंटों के लिए चुने गए किराए को लॉक करने या रिजर्व करने में सक्षम बनाता है। इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, नई सुविधा के तहत, पैसेंजर्स अब नाममात्र शुल्क के साथ दो दिनों के लिए अपना किराया लॉक कर सकते हैं, जबकि वे एक साथ अपनी यात्रा कार्यक्रम तय कर सकते हैं।
कितने दिन पहले की फ्लाइट ऑप्शन के लिए है फेयर लॉक
खबर के मुताबिक, एयर इंडिया ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि इससे ग्राहकों को किराए में अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव और अपनी पसंदीदा फ्लाइट ऑप्शन की उपलब्धता के बारे में चिंता किए बिना अपनी यात्रा की योजना बनाने में मदद मिलती है। यह सुविधा सेवा की बुकिंग की तारीख से कम से कम 10 दिन पहले की फ्लाइट ऑप्शन के लिए उपलब्ध है।
जो ग्राहक इस सुविधा का इस्तेमाल करना चाहते हैं, उन्हें अपनी पसंदीदा फ्लाइट ऑप्शन को चुनना होगा और बुकिंग फ्लो में फेयर लॉक या किराया लॉक विकल्प का चयन करना होगा, और एक नॉन-रिफंडेबल शुल्क का भुगतान करना होगा। ग्राहक बाद में 'Manage bookings' विकल्प का इस्तेमाल करके पूर्व-चयनित किराए पर अपनी बुकिंग की पुष्टि करने के लिए वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर अपनी बुकिंग पर वापस आ सकते हैं।
कितना लगेगा शुल्क
एयर इंडिया की तरफ से इस ऑप्शन के तहत डोमेस्टिक से लेकर इंटरनेशनल फ्लाइट के लिए 500 रुपये से लेकर 1500 रुपये तक का चार्ज देना होगा। हाल ही में,मंत्रालय ने दिल्ली-सैन फ्रांसिस्को उड़ान में 20 घंटे की देरी के बाद एयर इंडिया को कारण बताओ नोटिस जारी किया। फ्लाइट में देरी हुई क्योंकि यात्रियों को राजधानी की चिलचिलाती गर्मी में बिना एयर-कंडीशनिंग के विमान के अंदर बैठाया गया।
फेयर लॉक ऑप्शन पर लगने वाल शुल्क वापस नहीं किया जाएगा और इसे किराए में एडजस्ट भी नहीं किया जा सकता। इस लॉक किए गए किराए में कोई भी अतिरिक्त सेवा शामिल नहीं है जिसका लाभ अंतिम बुकिंग के समय उठाया जा सकता है।