'सिक लीव' पर चले गए थे पायलट
एयरलाइन में कथित कुप्रबंधन के विरोध में चालक दल के सदस्यों के एक वर्ग के ‘बीमार’ होने की सूचना के बाद एयर इंडिया एक्सप्रेस ने उड़ानों को रद्द किया। राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को मुख्य श्रम आयुक्त (केंद्रीय) के कार्यालय में चालक दल के सदस्यों के प्रतिनिधियों और एयरलाइन प्रतिनिधियों के बीच सुलह बैठक के दौरान हड़ताल और बर्खास्तगी पत्र वापस लेने पर सहमति बनी।
28 मई को फिर बैठक होगी
यह बैठक एयर इंडिया एक्सप्रेस एम्प्लॉइज यूनियन (एआईएैईयू) और एयरलाइन प्रबंधन के प्रतिनिधियों के बीच लगभग पांच घंटे तक चली। यह यूनियन आरएसएस से संबद्ध भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) से जुड़ी हुई है। बैठक के बाद बीएमएस के अखिल भारतीय सचिव गिरीश चंद्र आर्य ने कहा कि एयर इंडिया एक्सप्रेस के 25 चालक दल के सदस्यों की बर्खास्तगी वापस ले ली गई है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष मुद्दों पर चर्चा करेंगे और 28 मई को फिर बैठक होगी। दोनों पक्षों के हस्ताक्षर किये गये दस्तावेज के अनुसार विस्तृत चर्चा और सुलह अधिकारी तथा मुख्य श्रम आयुक्त की अपील के बाद, यूनियन प्रतिनिधि इस बात पर सहमत हुए कि चालक दल के जो भी सदस्य बीमारी का हवाला देकर छुट्टी पर गये हैं, वे स्वास्थ्य प्रमाणपत्र के साथ काम पर लौटेंगे।
लोगों में आक्रोश देखने को मिला
केरल के अलग-अलग एयरपोर्ट से दूसरे देशों की यात्रा करने के इच्छुक लोग एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट्स के गुरुवार को लगातार दूसरे दिन कैंसिल होने के कारण बेहद आक्रोश में देखा गया। तिरुवनंतपुरम, कोच्चि और कन्नूर हवाई अड्डों पर यात्रियों को उस समय निराशा हुई जब खाड़ी देशों के लिए उड़ानें लगातार दूसरे दिन एकदम अंत समय में कैंसिल कर दी गईं। अचानक फ्लाइट कैंसिल होने से लोगों में काफी गुस्सा है और उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।