मोबाइल पर फर्जी कॉल, मैसेज से शायद ही कोई ऐसा ग्राहक होगा जो परेशान न हो। हाल के दिनों में इन फर्जी कॉल के साथ बैंकिंग फ्रॉड के मामले भी तेजी से सामने आ रहे हैं। सरकारी एजेंसी ट्राई भी इस प्रकार की कॉल्स पर रोक लगाने के लिए कई बार टेलिकॉम कंपनियों को आदेश और हिदायतें दे चुुकी है। इस बीच टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया एक खास प्रोजेक्ट पर काम कर रही है, जिसके तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से फ्रॉड कॉल को रोकने का प्रयास किया जाएगा।
क्या है वोडा आइडिया का पायलट प्रोजेक्ट
वोडाफोन आइडिया ने कृत्रिम मेधा/मशीन लर्निंग पर प्रस्तुतीकरण दिया। यह प्रणाली मोबाइल नंबरों से भेजे जाने वाले धोखाधड़ी वाले संदेशों का विश्लेषण करने और उसके तरीके का पता लगा सकती है। नियामक ने कहा कि वोडाफोन आइडिया को इसके पायलट की अनुमति दी जाएगी। इसकी सफलता के आधार पर ट्राई उद्योग में सिद्धान्त/नियमन लाएगा। एआई/एमएल के इस्तेमाल के जरिये यूसीसी का पता लगाने की प्रणाली के क्रियान्वयन की समीक्षा की सीमा एक मई है।
ट्राई ने दिए सख्त कदम उठाने के निर्देश
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने दूरसंचार कंपनियों से कहा है कि वह अवांछित कॉल और संदेशों पर रोक के लिए तत्काल कदम उठाएं। ट्राई ने भारती एयरटेल, जियो और वोडाफोन आइडिया के साथ अवांछित वाणिज्यिक संचार (यूसीसी) का पता लगाने के मुद्दे पर समीक्षा बैठक की। ट्राई ने दूरसंचार परिचालकों से कहा कि वे बैंकों और वित्तीय संस्थानों से बिना इस्तेमाल वाले टेंपलेट को साफ करने को कहें।