After retirement investment and saving tips: रिटायरमेंट के बाद की चिंता हम सबको होती है, जहां रिटायरमेंट के बाद के भविष्य को बेहतर और सुरक्षित बनाने के लिए हम अभी से तैयारी शुरू करते है। जहां आमतौर पर लोग पीएफ में पैसा जमा करते हैं या फिर सेविंग प्लान लेते हैं। दूसरी ओर जमाना बदलने के साथ ही महंगाई हर साल नए आकंड़े छू लेती है, जहां बढ़ती महंगाई के कारण आपका जमा या निवेशित पैसा आगे के समय में कम पड़ सकता है। ऐसे में अभी से बेहतर चुनाव करने जरुरी है, आज हम आपको रिटायरमेंट के बाद भविष्य को सुरक्षित करने के कुछ टिप्स देने जा रहे हैं।
इस तरीके से अपने टारगेट को करें सेट
आमतौर पर हम रिटायरमेंट के बाद पैसों की कमी न हो इसके लिए कुछ टारगेट सेट करते हैं, वहीं यह टारगेट बहुत सोच समझ करके सेट करने चाहिये। बता दें कि आप अपने टारगेट को हमेशा महंगाई दर से 5%- 6% फीसद ऊपर रखें, जिससे यह आगे आने वाले समय में महंगाई दर को कवर कर पाए। इसके साथ ही टारगेट कार्पस को ऐसे सेट करना चाहिए कि इस पर महंगाई और इन्फ्लेशन का असर बिल्कुल भी न हो।
नकद पैसों की न हो दिक्कत, फॉलो करें यह टिप्स
अक्सर देखा जाता है कि रिटायरमेंट के बाद लोगों को नकद पैसों की समस्या का सामना करना पड़ता है। वहीं अगर आप इस समस्या का सामना नहीं करना चाहते हैं तो अभी से ही एक बड़ा घर लेने की तैयारी शुरू कर दें, जहां घर लेने के बाद रिवर्स मॉर्टगेज का विकल्प चुन लें। बता दें कि अगर आप घर को बैंक में गिरवी रखते हैं, तो बैंक द्वारा आपको नियमित तौर पर भुगतान किया जाता है। जहां इसे अपनाने के बाद आपकी नकदी की समस्या काफी कम हो जायेगी, वहीं रिवर्स मॉर्टगेज की अवधि 20 साल तक होती है।
इस तरीके से करें निवेश, होगा बेहतर लाभ
हम लोग आमतौर पर एक ही जगह पर निवेश को तव्वजो देते हैं, वहीं हमें ऐसा करने से बचना चाहिये। अगर आप कहीं भी निवेश करने की सोच रहे हैं तो उसे अलग-अलग तरह से निवेश करने की सोचें। मान लीजिये अगर आप म्युचुअल फंड में निवेश करने वाले हैं तो आप इक्विटी फंड या डेट म्युचुअल फंड का विकल्प चुन सकते हैं। इसी प्रकार कोशिश करें कि आपका निवेश स्टॉक, नकद और बॉन्ड जैसे अलग-अलग सेंगमेंट में हो।