यमुना प्राधिकरण के इलाके में एक के बाद एक नई योजनाएं उड़ान भर रही हैं। जेवर में बन रहे एयरपोर्ट के चलते इस इलाके का विकास काफी तेजी से होने की उम्मीद है। साथ ही साथ इस पूरे इलाके को एनसीआर में सबसे अलग तरीके से बसाए जाने की भी कवायद चल रही है। यमुना अथॉरिटी के आवासीय और औद्योगिक सेक्टरों में पहले पॉड टैक्सी चलाने की योजना थी और अब उसके साथ-साथ वहां पर ट्राम को भी दौड़ने की योजना को अमलीजामा पहनाने की तैयारी की जा रही है। यमुना अथॉरिटी ने पॉड टैक्सी की डीपीआर को शासन के पास भेजा है। शासन से अप्रूवल आने के बाद इस योजना पर काम शुरू हो जाएगा।
कई शहरों का अध्ययन शुरू किया गया
यमुना अथॉरिटी के अधिकारियों ने ट्राम और सिटी बस अपने आवासीय और औद्योगिक सेक्टरों में चलाने की योजना को लेकर कई शहरों का अध्ययन शुरू कर दिया है। इन सुविधाओं के होने से सेक्टर से प्रत्येक ब्लॉक से लोग कम खर्च में बिना किसी परेशानी के आवागमन कर सकेंगे। बेहतर आवागमन की सुविधा को लेकर यमुना अथॉरिटी ने पॉड टैक्सी, ट्राम और सिटी बस चलाने की योजना तैयार की है। एक तरफ जहां सिटी बस सेवा को प्रत्येक सेक्टर के ब्लॉक से जोड़ा जाएगा। वही ट्राम को हर 30 मीटर चौड़ी सड़क पर दौड़ाया जाएगा। फिल्म सिटी और औद्योगिक सेक्टरों के अलावा आवासीय सेक्टरों में पर पॉड टैक्सी को लेकर पहले ही डीपीआर बनाई जा चुकी है।
बेहतर कनेक्टिविटी पर प्राधिकरण का जोर
यीडा के आवासीय सेक्टर 18 और 20 दोनों करीब 10 किलोमीटर की परिधि में बसे हुए हैं। इसके अलावा 3000 से अधिक कंपनियों को यमुना प्राधिकरण जमीन अलॉट कर चुका है। कुछ कंपनियों के यहां पर उत्पादन भी शुरू कर दिया है। इधर इलाके में कंपनियों के शुरू होने पर करीब 2.5 से 3 लाख लोगों को अलग-अलग कंपनियों में रोजगार मिलेगा। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लचर परिवहन व्यवस्था को देखते हुए यमुना प्राधिकरण ने अभी से बेहतर कनेक्टिविटी देने के प्राधिकरण की योजना बनानी शुरू कर दी है। इसके साथ ही साथ यमुना अथॉरिटी ने यह भी बताया है कि नोएडा एयरपोर्ट से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक मेट्रो कॉरिडोर बनाने के लिए प्राधिकरण डीपीआर तैयार कर चुका है। यह कॉरिडोर करीब 77 किलोमीटर लंबा होगा। मौजूदा समय में एक्वा ब्लू लाइन के कॉरिडोर को लेकर सर्वे कराया जा रहा है, उसके बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।