अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने भारत को लेकर एक और बड़ी घोषणा करने का संकेत दिया है। शनिवार को अमेरिकी शॉर्ट सेलर ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, "भारत में जल्द ही कुछ बड़ा होगा।" हिंडनबर्ग ने X पर एक पोस्ट करते हुए लिखा है कि वह जल्द ही भारत को लेकर एक बड़ा खुलासा करेगा। अब देखना होगा कि इस बार हिंडनबर्ग की चपेट में कौन सी कंपनी या संस्था आती है। गौरतलब है कि पिछले साल 24 जनवरी को हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप पर गंभीर आरोप लगाए थे। इनमें ग्रुप की ओर से धोखाधड़ी वाले लेनदेन और शेयर कीमतों में हेराफेरी सहित कई आरोप लगाए थे। इन आरोपों के बाद अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। हालांकि, अडानी समूह ने इन आरोपों को गलत बताते हुए खारिज कर दिया था। अब अडानी ग्रुप को सेबी से भी क्लीन चिट मिल गई है। एक बार फिर Hindenburg Research ने एक बड़ा खुलासा करने का संकेत दिया है। इस खबर के बाद संशय के बादल फिर से छा गए हैं।
कई कंपनियों के मामले उजागर किए
हिंडनबर्ग को एंडरसन ने 2017 में स्थापित किया था। हिंडनबर्ग इससे पहले लॉर्ड्सटाउन मोटर्स कॉर्पोरेशन (अमेरिका), कांडी (चीन), निकोला मोटर कंपनी (अमेरिका), क्लोवर हेल्थ (अमेरिका) और टेक्नोग्लास (कोलंबिया) के खिलाफ भी रिपोर्ट प्रकाशित कर चुकी है। हिंडनबर्ग ने इनके अलावा अडाणी समूह पर रिपोर्ट प्रकाशित करने से दो महीने से भी कम समय पहले एनवाईएसई में सूचीबद्ध कंपनी वेलटॉवर इंक के खिलाफ भी रिपोर्ट प्रकाशित की थी। हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट में धोखाधड़ी के आरोप लगने के बाद अडाणी समूह के शेयर में बड़ी गिरावट आई थी। हिंडनबर्ग ने अडानी समूह के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाने वाली 100 पृष्ठ की रिपोर्ट जारी की थी।
कोटक की हालिया संलिप्तता
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अडानी-हिंडनबर्ग मामले में नए घटनाक्रमों का खुलासा किया है, जिसमें अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च और न्यूयॉर्क हेज फंड मैनेजर मार्क किंगडन के बीच संबंधों पर प्रकाश डाला गया है। सेबी के अनुसार, हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर अपनी रिपोर्ट की अग्रिम प्रति किंगडन के साथ सार्वजनिक रिलीज से लगभग दो महीने पहले साझा की, जिससे रणनीतिक व्यापार के माध्यम से महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त हुआ।