आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से पद्म भूषण प्राप्त किया है। यह पुरस्कार भारत में सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों के रूप में माना जाता है। राष्ट्रपति तीन श्रेणियों में पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री में सम्मान प्रदान करते हैं। कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामलों, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल और सिविल सेवा जैसे विभिन्न विषयों और गतिविधियों के क्षेत्रों में पुरस्कार दिए जा रहे हैं। हर साल की तरह इस बार भी गणतंत्र दिवस 2023 के मौके पर पुरस्कारों की घोषणा की गई थी। बता दें कि ये पुरस्कार समारोह राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया जा रहा है।
मंगलम ने राष्ट्रपति का जताया धन्यवाद
राष्ट्र निर्माण और ट्रस्टीशिप की भावना ने मेरे परिवार को पीढ़ियों से निर्देशित किया है। और इसलिए यह राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त करना वास्तव में बहुत ही सुखद है। मैं इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू और भारत के माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं, जिसे मैं 36 देशों के अपने 1,40,000 सहयोगियों की ओर से स्वीकार करता हूं।
परिवार में यह पुरस्कार पाने वाले चौथे व्यक्ति
मंगलम बिड़ला अपनी फैमली में ये पुरस्कार पाने वाले चौथे व्यक्ति हैं। इससे पहले उनके दादा श्री जी डी बिड़ला, उनके पिता आदित्य बिड़ला,उनकी मां सुश्री राजश्री बिड़ला और अब कुमार मंगलम बिड़ला को मिल रहा है। कुमार मंगलम बिड़ला आदित्य बिड़ला ग्रुप के अध्यक्ष हैं, जो छह महाद्वीपों के 36 देशों में काम करता है। वह एक चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं, जिनके पास लंदन बिजनेस स्कूल से एमबीए की डिग्री है। उनके पास नोवेलिस इंक, बिड़ला कार्बन, आदित्य बिड़ला केमिकल्स, डोम्सजो फैब्रिकर, टेरेस बे पल्प मिल, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड, ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड, अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड सहित भारत और वैश्विक स्तर पर सभी प्रमुख समूह कंपनियों के बोर्ड में अध्यक्षता की जिम्मेदारी है।
5 प्वाइंट में जानें मंगलम बिड़ला के बारे में ये बातें
- मंगलम बिड़ला के पास 60 अरब डॉलर की संपत्ति है। बिड़ला ग्रुप आधे से ज्यादा उत्पादन भारत के बाहर करता है। 36 देशों में इसकी मौजूदगी है।
- मंगलम बिड़ला के नेतृत्व में ग्रुप सीमेंट और एल्यूमीनियम से लेकर दूरसंचार और वित्तीय सेवाओं पर काम कर रहा है।
- मंगलम बिड़ला को 28 साल की उम्र में बिड़ला ग्रुप का साम्राज्य विरासत में मिल गई थी, क्योंकि उनके पिता आदित्य बिड़ला का 1995 में निधन हो गया था।
- अगस्त 2021 में उन्होंने अपने आइडिया सेल्युलर को वोडाफोन इंडिया के साथ हुए मर्जर के बोर्ड अध्यक्ष में खुद को शामिल किया था। बता दें कि 2018 में इनका मर्जर हुआ था।
- 2023 में उनकी बेटी अनन्या और बेटा आर्यमान, ग्रासिम और आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल के बोर्ड में शामिल हुए।