अडाणी ग्रुप की कंपनी अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) ने चौथी तिमाही के लिए शानदार तिमाही नतीजे पेश किए हैं। कंपनी का मुनाफा जनवरी-मार्च तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 76.87 प्रतिशत बढ़कर 2,014.77 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 1,139.07 करोड़ रुपये का लाभ कमाया था।
एपीएसईजेड ने बीएसई को दी सूचना में बताया कि देश की सबसे बड़ी एकीकृत लॉजिस्टिक्स कंपनी की वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में एकीकृत कुल आय बढ़कर 7,199.94 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 6,178.35 करोड़ रुपये थी। आलोच्य तिमाही में कुल व्यय बढ़कर 4,450.52 करोड़ रुपये हो गया, जो एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में 3,995 करोड़ रुपये था।
माल ढुलाई में 12 प्रतिशत का उछाल
अडाणी पोर्ट्स ने अप्रैल में 3.62 करोड़ मीट्रिक टन (एमएमटी) माल ढुलाई की। यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक है। एपीएसईजेड ने एक बयान में कहा कि अधिकांश घरेलू बंदरगाहों पर वृद्धि दर्ज की गई, जिसमें धामरा बंदरगाह ने 43.8 लाख मीट्रिक टन अभी तक की सर्वाधिक मासिक माल ढुलाई की गई। उद्योगपति गौतम अडाणी की कंपनी ने कहा कि लॉजिस्टिक्स खंड में वृद्धि जारी रही। रेल क्षेत्र सालाना आधार पर पांच प्रतिशत वृद्धि के साथ 49,430 टीईयू और जीपीडब्ल्यूआईएस 26 प्रतिशत बढ़कर 1.8 एमएमटी रहा। वैश्विक स्तर पर विविधीकृत अडाणी समूह का एक हिस्सा एपीएसईजेड भारत में सबसे बड़ा बंदरगाह डेवलपर व ऑपरेटर है।
अदाणी पावर का राजस्व 37% बढ़ा
अडाणी पावर को वित्तवर्ष 2024 के लिए राजस्व में 37 प्रतिशत की वृद्धि (साल-दर-साल) 50,960 करोड़ रुपये दर्ज की, जबकि कमाई (ईबीआईटीडीए) दोगुना से अधिक बढ़कर 18,789 करोड़ रुपये हो गई। वित्तवर्ष 2024 के लिए कर पूर्व समेकित लाभ (पीबीटी) पिछले वित्तवर्ष के 7,675 करोड़ रुपये की तुलना में दोगुना से अधिक 20,792 करोड़ रुपये हो गया।कंपनी ने एक बयान में कहा, चौथी तिमाही के लिए राजस्व 29 प्रतिशत बढ़कर 13,787 करोड़ रुपये (सालाना) हो गया और कमाई (ईबीआईटीडीए) से अधिक बढ़कर 5,273 करोड़ रुपये हो गया।
अदाणी विल्मर का लाभ 67 प्रतिशत बढ़ा
अडाणी विल्मर को 31 मार्च, 2024 को समाप्त तिमाही के लिए कर के बाद लाभ (पीएटी) में 67 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 157 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 94 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने एक बयान में कहा, पूरे साल (वित्तवर्ष 24) के लिए राजस्व 51,262 करोड़ रुपये रहा। खाद्य और एफएमसीजी खंड लगभग 5,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो दो साल में लगभग दोगुना हो गया। चौथी तिमाही में कंपनी ने 13,238 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया।