देश के सबसे बड़े बंदरगाह और लॉजिस्टिक कंपनी अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (APSEZ) ने ओडिशा स्थित गोपालपुर पोर्ट का 3,080 करोड़ रुपये में अधिग्रहण कर लिया है। कंपनी ने इस खरीद के लिए एक पक्का समझौता किया है। कंपनी ने गोपालपुर पोर्ट लिमिटेड (जीपीएल) में एसपी ग्रुप की 56 प्रतिशत और उड़ीसा स्टीवडोर्स लिमिटेड (ओएसएल) की 39 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए समझौता किया है। गोपालपुर बंदरगाह भारत के पूर्वी तट पर स्थित है और इसकी क्षमता 20 एमएमटीपीए की है।
एडवांस सॉल्यूशन उपलब्ध करने में मिलेगी मदद
ओडिशा सरकार ने साल 2006 में गोपालपुर पोर्ट लिमिटेड को 30 साल की छूट प्रदान की, जिसमें हर 10 साल के दो एक्सटेंशन शामिल हैं। APSEZ के मैनेजिंग डायरेक्टर करण अदानी ने कहा कि गोपालपुर पोर्ट हमें अपने कस्टमर्स को ज्यादा एकीकृत और एडवांस सॉल्यूशन उपलब्ध करने की परमिशन देगा। इसका लोकेशन हमें ओडिशा और पड़ोसी राज्यों की माइनिंग हब अभूतपूर्व पहुंच मिलेगी। इससे हमें अपने भीतरी इलाकों में लॉजिस्टिक्स लैंडमार्क का विस्तार करने में मदद मिलेगी।
गोपालपुर पोर्ट की क्षमता
वित्तीय वर्ष 2024 में, गोपालपुर पोर्ट लिमिटेड द्वारा करीब 11.3 MMT कार्गो (सालाना आधार पर वृद्धि - 52%) को संभालने और कमाई करने का अनुमान है। साथ ही सालाना आधार पर 520 करोड़ रुपये का राजस्व (सालाना आधार पर ग्रोथ- 39%) और 232 करोड़ रुपये (सालाना आधर पर ग्रोथ- 65%) का EBITDA हासिल करने की भी उम्मीद जताई गई है। कंपनी ने कहा है कि गोपालपुर बंदरगाह मजबूत विकास और मार्जिन विस्तार के लिए पूरी तरह तैयार है।
गोपालपुर बंदरगाह है महत्वपूर्ण
गोपालपुर बंदरगाह, जो कि एक मल्टी कार्गो पोर्ट है, लौह अयस्क, कोयला, चूना पत्थर, इल्मेनाइट और एल्यूमिना के थोक मिक्सचर को हैंडल करने की क्षमता रखता है। गोपालपुर पोर्ट लिमिटेड को 500 एकड़ से अधिक जमीन लीज पर मिली है, ताकि वह भविष्य की क्षमता को पूरा करने के लिए पट्टे पर अतिरिक्त भूमि प्राप्त करने के विकल्प के साथ विस्तार पर भी गौर कर सके। यह बंदरगाह राष्ट्रीय राजमार्ग NH16 और चेन्नई-हावड़ा मुख्य लाइन से जुड़ा हुआ है।