पोर्ट, सड़क, बिजली के बाद अब देश के मशहूर उद्योगपति गौतम अडाणी पानी के क्षेत्र में उतरने जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार अडाणी समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज पानी शुद्ध करने, शोधन और वितरण क्षेत्र में कदम रखने की योजना बना रही है। उसका मानना है कि बुनियादी ढांचा क्षेत्र के लिहाज से यह काफी महत्वपूर्ण क्षेत्र है। कंपनी अगले सप्ताह 20,000 करोड़ रुपये का अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) ला रही है।
समूह बंदरगाह, हवाई अड्डा, सड़क, बिजली समेत बुनियादी ढांचा के विभिन्न क्षेत्रों में है। समूह के मुख्य वित्त अधिकारी जुगशिन्दर सिंह मीडिया से बातचीत में कह कि कंपनी ने 20,000 करोड़ रुपये के निर्गम के लिये कीमत दायरा 3,112 रुपये से 3,276 रुपये प्रति शेयर रखा है। अगर अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) को पूर्ण अभिदान मिलता है, तो यह कोल इंडिया के 2015 में 22,558 करोड़ रुपये के निर्गम के बाद दूसरा सबसे बड़ा एफपीओ होगा।
कोल इंडिया का 15,199 करोड़ रुपये का आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) अक्टूबर, 2010 में आया था। सिंह ने कहा, ‘‘हम बुनियादी ढांचा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी हैं और पिछले करीब दो दशक से इस खंड के लगभग हर क्षेत्र में है। इसको देखते हुए हम जल शुद्ध करने, शोधन और वितरण के क्षेत्र में कदम रखने को काफी उत्सुक हैं।’’
हालांकि, उन्होंने इसके बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया। सिंह ने कहा कि हम फिलहाल गुंजाइश और अवसरों का आकलन कर रहे हैं। साथ संयुक्त उद्यम परियोजनाओं/अधिग्रहण पर भी नजर है। हम इस क्षेत्र (पानी) को लेकर काफी उत्सुक हैं क्योंकि किसी भी बुनियादी ढांचे के लिये यह महत्वपूर्ण तत्व है। कंपनी का एफपीओ 27 जनवरी को खुलेगा और 31 जनवरी को बंद होगा। एंकर यानी बड़े निवेशकों के लिये यह एक दिन पहले खुलेगा।