स्विट्जरलैंड के होल्सिम समूह की दो भारतीय कंपनियों अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी लिमिटेड में 26-26 फीसदी अतिरिक्त हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए अडाणी समूह की तरफ से लाई गई 31,000 करोड़ रुपये की खुली पेशकश को निवेशकों से फीकी प्रतिक्रिया मिली है। अडाणी समूह की तरफ से लाई गई खुली पेशकश की अवधि शुक्रवार को समाप्त हो गई।
सिर्फ 1.35 फीसदी निवेशकों ने दिखाई रुचि
दोनों कंपनियों के लिए अडाणी समूह की तरफ से खुली पेशकश 26 अगस्त को खुली थी। एसीसी लिमिटेड ने शेयर बाजारों को बताया कि 4.89 करोड़ शेयरों की पेशकश के मूल प्रस्ताव की तुलना में शुक्रवार तक सिर्फ 40.51 लाख शेयरों के लिए ही बोलियां आईं। यह कुल पेशकश का सिर्फ 8.28 प्रतिशत है। अंबुजा सीमेंट्स के मामले में तो यह आंकड़ा सिर्फ 1.35 फीसदी शेयरों का ही है।
अडानी समूह ने किया है 10 अरब डॉलर का सौदा
शेयर बाजारों पर शनिवार सुबह तक उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, अंबुजा सीमेंट्स के 51.63 करोड़ शेयरों की पेशकश के मूल प्रस्ताव की तुलना में महज 6.97 लाख शेयरों के लिए ही बोलियां आईं। अडाणी समूह ने मई में होल्सिम समूह की दोनों सीमेंट कंपनियों की नियंत्रक हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए 10.5 अरब डॉलर का सौदा किया था। उसके साथ ही उसने एसीसी लिमिटेड के लिए 2,300 रुपये प्रति शेयर और अंबुजा सीमेंट्स के लिए 385 रुपये प्रति शेयर की खुली पेशकश लाने की भी घोषणा की थी।
अडाणी समूह की तरफ से लाई गई खुली पेशकश को पूर्ण अभिदान मिलने की स्थिति में इसका आकार 31,000 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान था। हालांकि शुक्रवार को यह पेशकश बंद होने के समय बीएसई में एसीसी का शेयर 2.82 प्रतिशत बढ़कर 2,365 रुपये प्रति शेयर के भाव पर रहा। वहीं अंबुजा सीमेंट्स का शेयर 17.89 प्रतिशत की बढ़त के साथ 453.90 रुपये के भाव पर रहा।