भारतीय सीमेंट बाजार में अडाणी ग्रुप ने अपना दबदबा बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। आपको बता दें कि गौतम अडाणी की अगुवाई वाले अडाणी ग्रुप वित्त वर्ष 2027-28 तक भारतीय सीमेंट बाजार में लगभग 20 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने का लक्ष्य तय किया है। ग्रुप के पास अंबुजा सीमेंट और एसीसी लिमिटेड का स्वामित्व है। अंबुजा सीमेंट ने एक निवेशक प्रस्तुति में कहा कि अडाणी सीमेंट कारोबार आंतरिक संसाधनों के जरिए अपने त्वरित पूंजीगत व्यय कार्यक्रम को लागू करेगा और कर्ज मुक्त रहेगा। इसके अलावा अडाणी समूह सीमेंट क्षमता विस्तार की रफ्तार भी बढ़ा रहा है और 16 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ इसके वित्त वर्ष 2027-28 तक 14 करोड़ टन प्रति वर्ष तक पहुंचने की उम्मीद है। मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि सीमेंट कारोबार में हिस्सेदारी बढ़ने से अंबुजा सीमेंट और एसीसी लिमिटेड को फायदा मिलेगा। इसका असर आने वाले दिनों में इन कंपनियों के शेयरों पर देखने को मिलेगा।
बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 20 फीसदी करने का लक्ष्य
अडाणी समूह की कंपनी ने कहा कि अडाणी सीमेंट की बाजार हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2027-28 तक मौजूदा 14 फीसदी से बढ़कर 20 फीसदी होने का लक्ष्य है। इस समय अडाणी सीमेंट, आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट के बाद इस क्षेत्र की दूसरी अग्रणी कंपनी है। अडाणी सीमेंट ने कहा कि उसके पास कुल 800 करोड़ टन का चूना पत्थर का भंडार है, जो सीमेंट उद्योग के लिए एक प्रमुख कच्चा माल है। इसके अलावा उसकी फ्लाई ऐश मांग का 40 प्रतिशत हिस्सा दीर्घकालिक व्यवस्था के तहत उपलब्ध है और यह आंकड़ा 2028 तक बढ़कर 50 प्रतिशत से अधिक हो जाएगा।
7-8 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद
भारतीय सीमेंट उद्योग के बारे में अडाणी समूह ने कहा कि इसके 7-8 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडाणी की कंपनियों पर वित्तीय अनियमितता के आरोपों से निकलने के बाद ग्रुप लगातार अपने कारोबार को विस्तार दे रहा है। पोर्ट, इंफ्रा, एविएशन समेत तमाम कारोबार को बड़ा करने पर ग्रुप बड़ा निवेश कर रहा है। इसके परिणाम आने वाले समय में दिखाई देने लगेगा।