जाने-माने उद्योगपति गौतम अदाणी (Gautam Adani) ने सोमवार को शेयरधारकों की सालाना बैठक में कहा कि उनका बंदरगाह से लेकर ऊर्जा कारोबार से जुड़ा ग्रुप पहले से कहीं ज्यादा मजबूत है और इसका सर्वश्रेष्ठ आना अभी बाकी है। उन्होंने रिकॉर्ड कमाई, नकदी की मजबूत स्थिति और सबसे कम कर्ज अनुपात का हवाला देते हुए यह बात कही। उन्होंने रणनीति का जिक्र करते हुए कहा कि समूह ने अगले दो साल के कर्ज भुगतान के लिए 40,000 करोड़ रुपये जुटाए, मार्जिन-लिंक्ड वित्तपोषण से जुड़े 17,500 करोड़ रुपये का पूर्व-भुगतान किया, ऋण में कटौती की तथा व्यापार पर और बेहतर तरीके से ध्यान देना शुरू किया। अदाणी ने कहा, ‘‘इन कदमों ने न केवल हम वित्तीय रूप से और मजबूत हुए बल्कि भविष्य में विस्तार के लिए गुंजाइश भी बढ़ी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जिन प्रतिकूल हालात ने हमारी परीक्षा ली, उसी ने हमें और भी मजबूत बना दिया।’’
नवीकरणीय ऊर्जा पर ग्रुप का जोर
अदाणी ने गुजरात के खावड़ा में अपने समूह द्वारा विकसित किये जा रहे 30 गीगावाट (30,000 मेगावाट) क्षमता की नवीकरणीय ऊर्जा पार्क का उल्लेख किया। यह सौर पार्क बेल्जियम और स्विट्जरलैंड जैसे देशों को बिजली देने के लिए पर्याप्त होगा। धारावी पुनर्विकास का जिक्र किया जो दुनिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती में आमूल-चूल बदलाव लाएगा। दृष्टि 10 स्टारलाइनर यूएवी (मानवरहित विमान) के विकास की भी बात कही जो भारतीय सीमाओं की रक्षा करने में मददगार होगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमने जो कदम उठाया, उसके परिणाम वित्तीय आंकड़ों में दिखते हैं।
इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में विस्तार करेंगे
अदाणी ने कहा कि भारत 2032 तक 10,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है और बुनियादी ढांचे के 20-25 प्रतिशत की दर से बढ़कर 2,500 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। ‘‘ऐसे में अदाणी समूह एक बुनियादी ढांचा कंपनी होने के नाते आने वाले इस अवसर का लाभ उठाने की अच्छी स्थिति में है।’’ समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज लि.के शेयरधारकों की सालाना बैठक में उन्होंने पिछले साल अमेरिकी निवेश और शोध कंपनी की रिपोर्ट के बाद आये अभूतपूर्व संकट का जिक्र किया।
हमारी ईमानदारी को कठघरे में खड़ा किया गया
सोमवार को 62 साल के हुए अदाणी ने कहा, ‘‘हमें एक विदेशी निवेश और ‘शॉर्ट सेलर’ कंपनी के निराधार आरोपों का सामना करना पड़ा। रिपोर्ट में हमारी दशकों की कड़ी मेहनत पर सवाल उठाया गया। हमारी ईमानदारी और साख को कठघरे में खड़ा किया गया। पर हमने डटकर मुकाबला किया और साबित कर दिया कि कोई भी चुनौती उस नींव को कमजोर नहीं कर सकती जिस पर आपका समूह स्थापित है।’’ हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदाणी समूह पर शेयरों के मूल्य में हेराफेरी, अकउंटिंग के स्तर पर धोखाधड़ी, मुखौटा कंपनियों का एक जटिल जाल बनाकर नियमों की अनदेखी कर समूह की कंपनियों में निवेश करने जैसे आरोप लगाये। हालांकि, अदाणी समूह ने इन आरोपों से इनकार किया लेकिन रिपोर्ट के कारण उसका बाजार मूल्यांकन 150 अरब डॉलर घटकर निचले स्तर पर आ गया।
हम पर दोतरफा हमला किया गया
उन्होंने कहा, ‘‘सामान्यत: ‘शॉर्ट सेलर’ का मकसद बाजार से लाभ हासिल करना होता है। यह कुछ अलग था। यह दोतरफा हमला था। एक तरफ हमारी वित्तीय स्थिति को लेकर आलोचना की गयी, दूसरी तरफ समूह की छवि बिगाड़ने के लिए अभियान चलाया गया और हमें सियासी लड़ाई में घसीटा गया।’’ अदाणी ने कहा, ‘‘मीडिया के एक तबके में भी दुष्प्रचार को आगे बढ़ाया गया। इसके जरिये हमें बदनाम करने, ज्यादा-से-ज्यादा नुकसान पहुंचाने और हमारी मेहनत से अर्जित बाजार मूल्य को नष्ट करने का प्रयास किया गया।’’
अदाणी ग्रुप का शानदार प्रदर्शन रहा
हमने 2023-24 में एक अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की। हमने 82,917 करोड़ रुपये यानी लगभग 10 अरब डॉलर का अपनी उच्चतम कर पूर्व आय (ईबीआईटीडीए) अर्जित की। इसमें 45 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वहीं शुद्ध लाभ 71 प्रतिशत बढ़कर 40,129 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया, जबकि कर पूर्व आय के अनुपात में शुद्ध कर्ज भी घटा।’’ अदाणी ने कहा कि इस सबके परिणामस्वरूप समूह के पास नकदी बढ़कर 59,791 करोड़ रुपये हो गयी जो अबतक का उच्चतम स्तर है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे रिकॉर्ड नतीजों, मजबूत नकदी स्थिति और सबसे कम ऋण अनुपात के साथ हमारे सामने अपार संभावनाएं हैं। हम पहले से कहीं अधिक मजबूत हैं। और हमारा सर्वश्रेष्ठ आना अभी बाकी है।’’