अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडाणी ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयर में बड़ी बिकवाली देखने को मिली थी। इसके चलते अडाणी ग्रुप के मार्केट कैप में बड़ी गिरावट आ गई थी। ग्रुप कंपनियों का मार्केट कैप घटने से गौतम अडाणी अमीरों की सूची में टॉप 20 से बाहर हो गए थे। हालांकि, अब एक बार फिर अडाणी ग्रुप के अच्छे दिन लौट आए हैं। एक के बाद एक विदेशी निवेशक ग्रुप की कंपनियों में निवेश कर रहे हैं। अब नया निवेश कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी की तरफ से आया है। कतर के सरकारी संपत्ति कोष कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (क्यूआईए) ने अडाणी ग्रीन एनर्जी लि.में करीब 50 करोड़ डॉलर में 2.5 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी खरीदी है। उद्योग से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी।
क्यूआईए ने इससे पहले किया था निवेश
अडाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड (एईएमएल) के बाद समूह की कंपनी में पर्यावरण, सामाजिक और कंपनी संचालन केंद्रित (ईएसजी) फंड का यह दूसरा निवेश है। इससे पहले, 2020 में, क्यूआईए ने अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड की अनुषंगी कंपनी अडाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लि. में 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था। शेयर बाजार में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, अडाणी ग्रीन एनर्जी की प्रवर्तक इकाई इनफाइनाइट ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट ने कंपनी में 4,131 करोड़ रुपये में 2.8 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची है। यह सौदा खुले बाजार में लेन-देन के जरिये सोमवार को हुआ। प्रवर्तक इकाई ने 4,48,82,500 शेयर यानी 2.8 प्रतिशत हिस्सेदारी 920.43 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बेची। इस प्रकार, सौदा करीब 4,131 करोड़ रुपये का हुआ।
अडाणी ग्रीन एनर्जी में 4.26 करोड़ शेयर का सौदा
बाजार आंकड़ों के अनुसार, कतर निवेश प्राधिकरण की अनुषंगी आईएनक्यू होल्डिंग एलएलसी ने अडाणी ग्रीन एनर्जी में 4.26 करोड़ शेयर यानी 2.68 प्रतिशत हिस्सेदारी ली है। सौदे के बाद, इनफाइनाइट ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट्स की अडाणी ग्रीन एनर्जी में हिस्सेदारी 3.37 प्रतिशत से घटकर 0.57 प्रतिशत पर आ गयी। जून तिमाही के अंत में प्रवर्तक और प्रवर्तक समूह के पास कंपनी में 56.27 प्रतिशत हिस्सेदारी है। अडाणी ग्रीन एनर्जी का शेयर कारोबार के दौरान 13 प्रतिशत लुढ़क गया था। अंत में यह 4.69 प्रतिशत की गिरावट के साथ 965.05 रुपये पर बंद हुआ। उद्योग सूत्रों ने कहा कि कतर निवेश प्राधिकरण ने एजीईएल में 50 करोड़ डॉलर का निवेश किया है। इसके साथ कंपनी में उसकी हिस्सेदारी 2.5 प्रतिशत से अधिक हो गयी है।