गुजरात स्थित अडानी के खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट (Khavra Renewable Energy Project) में अडानी ग्रीन ने पवन ऊर्जा का उत्पादन शुरू कर दिया है। यह 30,000 मेगावॉट (30 गीगावॉट) क्षमता वाला दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लान्ट है। बंजर भूमि पर 538 वर्ग किलोमीटर में निर्मित यह पेरिस के आकार से पांच गुना और लगभग मुंबई शहर जितनी बड़ी परियोजना है। यहां अब अडानी ग्रीन ने पहली 250 मेगावॉट की पवन ऊर्जा क्षमता का संचालन शुरू कर दिया है। इससे अब खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लान्ट की कुल ऊर्जा उत्पादन क्षमता 2,250 मेगावॉट हो गई है।
यहां लगी है दुनिया की सबसे बड़ी ऑफशोर विंड टर्बाइन
अडानी ग्रीन एनर्जी के पास भारत में सबसे बड़ा ऑपरेशनल रिन्यूएबल एनर्जी पोर्टफोलियो है, जिसका आकार 11,184 मेगावॉट है। कंपनी ने कहा कि खावड़ा भारत में सबसे बड़ा पवन ऊर्जा का सोर्स है। 8 मीटर प्रति सेकंड की हवा की रफ्तार इसे पवन ऊर्जा उत्पादन के लिए एक उपयुक्त स्थान बनाती है। खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लान्ट में दुनिया की सबसे बड़ी और अधिक क्षमता वाली ऑफशोर विंड टरबाइन लगी हैं, जिसमें प्रत्येक की क्षमता 5.2 मेगावॉट है। 5.2 मेगावॉट क्षमता वाली इस टर्बाइन के रोटर का व्यास 160 मीटर है और इसकी ऊंचाई करीब 200 मीटर है, जो स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बराबर है और दुनिया में सबसे बड़े हैं।
जर्मन टेक्नोलॉजी का हुआ इस्तेमाल
खावड़ा में लगी 5.2 मेगावॉट की विंड टर्बाइन बनाने में जर्मन टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है और यह अडानी न्यू इंडस्ट्री लिमिटेड की मुंद्रा पोर्ट स्थित फैक्टरी में बनाई गई है। अडानी ग्रीन की ओर से खावड़ा की बंजर जमीन को क्लीन और किफ़ायती ऊर्जा के हब के रूप में बदल दिया गया है। खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लान्ट आसानी से 1.61 करोड़ घरों को ऊर्जा दे सकता है। खावड़ा स्थित दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लान्ट वैश्विक डी-कार्बनाइज़ेशन में प्रयासों को बढ़ाता है, साथ ही इस क्षेत्र में भारत की प्रगति को भी दर्शाता है।
भूटान के राजा ने किया दौरा
मंगलवार को भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग टोबगे ने गुजरात के खावड़ा में दुनिया की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी साइट का दौरा किया। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा कि खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी साइट और मुंद्रा बंदरगाह का दौरा करने के लिए उनका बहुत आभारी हूं। शिलान्यास होने के 12 महीने के भीतर खावड़ा एनर्जी प्लान्ट में 2 गीगावॉट ऊर्जा क्षमता शुरू कर दी गई है। अडानी ग्रीन एनर्जी की ओर से वित्तवर्ष 2029-30 के लिए रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता का टारगेट 45 गीगावॉट से बढ़ाकर 50 गीगावॉट कर दिया गया है।