देश की प्रमुख रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी (AGEL) ने सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सेकी) के साथ बिजली खरीद समझौते (PPA) पर हस्ताक्षर किए हैं। 1,799 मेगावाट सौर ऊर्जा की आपूर्ति के लिए यह डील हुई है। अडानी ग्रीन एनर्जी ने सोमवार को एक बयान में कहा कि इस डील पर हस्ताक्षर के साथ ही कंपनी ने 8,000 मेगावाट के विनिर्माण-संबद्ध सौर निविदा के तहत बिजली आपूर्ति का समझौता पूरा कर लिया है। कंपनी को जून, 2020 में सेकी से यह कॉन्ट्रैक्ट मिला था।
2030 तक 500 गीगावॉट ग्रीन फ्यूल कैपेसिटी का टार्गेट
कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमित सिंह ने बयान में कहा, ‘अडानी ग्रीन एनर्जी न केवल देश में कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने के लक्ष्य की दिशा में, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण में भी योगदान दे रही है।’ उन्होंने कहा, ‘हमें सबसे बड़े ग्रीन पीपीए को पूरा करने और एक भरोसेमंद ऊर्जा परिदृश्य को साकार करने में खुशी हो रही है। भारत के साल 2030 तक 500 गीगावॉट (एक गीगावाट = 1,000 मेगावाट) ग्रीन फ्यूल कैपेसिटी हासिल करने के लक्ष्य के अनुरूप अडानी ग्रीन 45 गीगावाट से अधिक नवीकरणीय ऊर्जा उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध है। यह हमारी मौजूदा परिचालन क्षमता का पांच गुना है।’
मुंद्रा सोलर एनर्जी के गुजरात में हैं प्लांट
कंपनी ने सेकी की विनिर्माण से जुड़ी सौर पीवी निविदा की प्रतिबद्धताओं को पूरा किया है। इसमें दो गीगावाट क्षमता के पीवी (फोटो वोल्टिक) सेल और मॉड्यूल विनिर्माण सुविधाएं स्थापित करना शामिल है। अडानी ग्रीन पहले ही अपनी सहयोगी कंपनी मुंद्रा सोलर एनर्जी लिमिटेड (MSEL) के माध्यम से दो गीगावाट सालाना क्षमता वाला एक सौर पीवी सेल और मॉड्यूल विनिर्माण कारखाना चालू कर चुकी है। यह प्लांट गुजरात के मुंद्रा में स्थित है। अडानी ग्रीन के पास अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी अडानी रिन्यूएबल एनर्जी होल्डिंग फोर लिमिटेड के माध्यम से मुंद्रा सोलर एनर्जी लिमिटेड के 26 फीसदी शेयर हैं।