अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल) ने सोमवार को कहा कि उसके बोर्ड ने लागू कानूनों के मुताबिक क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) या अन्य अनुमेय मोड के जरिए एक या अधिक किस्तों में 12,500 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि जुटाने की मंजूरी दे दी है। कंपनी ने एक नियामक फाइलिंग में कहा, "मंगलवार, 25 जून 2024 को होने वाली कंपनी की आगामी वार्षिक आम बैठक में फंड रेजिंग कंपनी के सदस्यों की मंजूरी सहित आवश्यक अनुमोदन की प्राप्ति के अधीन है और ऐसे अन्य विनियामक/वैधानिक अनुमोदन, जो आवश्यक हो सकते हैं।" हालांकि, बिजली वितरण कंपनी ने धन उगाही का कारण नहीं बताई है।
QIP के जरिये धन जुटाने की मंजूरी
बोर्ड ने कंपनी के 10 रुपये अंकित मूल्य वाले प्रत्येक इक्विटी शेयर या अन्य पात्र प्रतिभूतियों या उनके किसी भी संयोजन (प्रतिभूतियां) को जारी करके धन जुटाने की मंजूरी दे दी। अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस का स्टॉक सोमवार को लगभग स्थिर 1,104.70 रुपये पर बंद हुआ। अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस ने पिछले हफ्ते घोषणा की कि उसने 1,900 करोड़ रुपये में एस्सार ट्रांसको लिमिटेड में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर ली है। अधिग्रहण में पूरी तरह से चालू 400 केवी, 673 सीकेटी किमी (सर्किट किलोमीटर) अंतर-राज्य ट्रांसमिशन लाइन शामिल है, जो मध्य प्रदेश में महान को छत्तीसगढ़ में सिपत पूलिंग सबस्टेशन से जोड़ती है। यह अधिग्रहण एईएसएल के संचयी नेटवर्क को 21,000 सीकेटी किमी से अधिक तक ले जाता है।
सबसे बड़ी निजी ट्रांसमिशन कंपनी
एईएसएल देश की सबसे बड़ी निजी ट्रांसमिशन कंपनी है, जिसकी मौजूदगी 17 राज्यों और 57,011 एमवीए परिवर्तन क्षमता में है। कंपनी ने 31 मार्च को समाप्त वर्ष के लिए परिचालन राजस्व 14,217 करोड़ रुपये कमाया, जो कि 17 प्रतिशत (साल-दर-साल) अधिक है। टैक्स के बाद तुलनीय लाभ (पीएटी) 12 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,197 करोड़ रुपये दर्ज किया गया।
इनपुट: आईएएनएस