अदानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने सोमवार को कहा कि उसने गोला-बारूद और मिसाइलों के निर्माण के लिए दो मेगा फैसिलिटी की शुरुआत कर दी है। यह दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा गोला-बारूद और मिसाइल कैम्पस है। कंपनी ने इसे आत्मनिर्भर भारत की मुहिम के तहत शुरू किया है। यह निजी क्षेत्र में अपनी तरह की पहली ऐसी फैसिलिटी है। इस कैम्पस का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह एक है अत्यंत गौरव का क्षण है। यह सुविधा उत्तर प्रदेश के परिवर्तन का प्रमाण है एक औद्योगिक महाशक्ति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति हमारी प्रतिबद्धता 'आत्मनिर्भर भारत' की पहल है।
करीब 500 एकड़ में फैली
कानपुर में स्थित इस कैम्पस का अनावरण बालाकोट एयरस्ट्राइक 'ऑपरेशन बंदर' की पांचवीं वर्षगांठ के साथ हुआ। यह भारतीय वायु सेना का एक ऐतिहासिक ऑपरेशन था जिसने बाहरी खतरों पर भारत की रणनीतिक दृढ़ता का प्रमाण दिया। करीब 500 एकड़ में फैली, कानपुर में यह सुविधा सबसे बड़ी सुविधाओं में से एक बनने के लिए तैयार है। इंटीग्रेटेड गोला बारूद मैनुफैक्चरिंग कैम्पस हाई क्वालिटी वाले और छोटे प्रोडक्ट्स का उत्पादन करेगा।
आत्मनिर्भरता की खोज में एक और छलांग
अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस के सीईओ आशीष राजवंशी ने कहा कि इनकी स्थापना गोला-बारूद और मिसाइल परिसर आत्मनिर्भरता की हमारी खोज में एक छलांग का प्रतिनिधित्व करते हैं। 3,000 करोड़ रुपये से अधिक के नियोजित निवेश के साथ यह कैम्पस 4000 नई नौकरियों का सृजन करेगा। उन्होंने कहा कि हम यह प्रतिबद्ध हैं कि हमारे प्रयास समावेशी और टिकाऊ हों, जिससे विकास को बढ़ावा मिले और यह आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण को संरक्षित भी करें।
ये हस्तियां भी मौके पर रहीं मौजूद
कैम्पस के उद्घाटन के मौके पर थल सेनाध्यक्ष, जनरल मनोज पांडे एवीएसएम वीएसएम एसएम एडीसी, मध्य कमान के जीओसी-इन-सी, लेफ्टिनेंट जनरल एन.एस. राजा सुब्रमणि पीवीएसएम एवीएसएम एसएम वीएसएम, मास्टर जनरल ऑफ सस्टेनेंस, लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह औजला यूवाईएसएम वाईएसएम एसएम वीएसएम सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे। योगी आदित्यनाथ ने अदानी डिफेंस की कोशिशों और योगदान को सराहा।