भारतीय रिजर्व बैंक को अब भी 9760 करोड़ रुपये वैल्यू के 2000 रुपये के नोट के उसके पास लौटने का इंतजार है। केंद्रीय बैंक ने शुक्रवार को इस मामले में 30 नवंबर 2023 तक का डाटा जारी करते हुए बताया है कि 19 मई 2023 तक मार्केट में 3.56 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 2000 रुपये के नोट सर्कुलेशन में थे। मई 2023 में भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों को तत्काल प्रभाव से ₹2000 मूल्यवर्ग के बैंक नोट जारी करना बंद करने की सलाह दी थी। इससे पता चलता है कि बड़ी संख्या में लोगों ने अभी दो हजार रुपये के नोट को बैंकों या आरबीआई से नहीं बदलवाया है। हालांकि आरबीआई ने एक बार फिर से यह दोहराया है कि 2000 रुपये के नोट लीगल टेंडर बने रहेंगे।
7 अक्टूबर 2023 तक बैंकों में कर सकते थे जमा या एक्सचेंज
आरबीआई ने जारी रिलीज में कहा है कि बैंकों में 2000 रुपये के नोट को बदलने या जमा कराने के लिए शुरुआत में डेडलाइन 30 सितंबर 2023 थी, जिसे बाद में 7 अक्टूबर 2023 तक के लिए बढ़ा दिया गया था। इसके बाद लोगों को 2000 रुपये के नोट आरबीआई के क्षेत्रीय कार्यालयों में जमा करने या बदलवाने के लिए कहा गया। लेकिन बावजूद इसके बड़ी संख्या में यह नोट अब भी नही लौटे हैं।
2000 रुपये के नोट का कुल मूल्य इस समय था चरम पर
आरबीआई के मुताबिक, 2000 मूल्यवर्ग के लगभग 89% बैंक नोट मार्च 2017 से पहले जारी किए गए थे। सर्कुलेशन में इन बैंक नोटों का कुल मूल्य 31 मार्च, 2018 को अपने चरम पर 6.73 लाख करोड़ रुपये से घटकर 31 मार्च, 2023 को 3.62 लाख करोड़ रुपये हो गया था, जो सर्कुलेशन में नोटों का सिर्फ 10.8 प्रतिशत है। आरबीआई ने यह भी पाया कि इस नोट का इ्स्तेमाल आमतौर पर लेनदेन के लिए नहीं किया जाता रहा। इसके अलावा, दूसरे मूल्यवर्ग के बैंक नोटों का स्टॉक जनता की मुद्रा जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त बना हुआ है।