600 Branches Closed: इंटरनेट बैंकिंग की दुनिया ने आम लोगों को कई सहूलियतें दी हैं। शायद आपको भी बैंक की ब्रांच में कदम रखे कई साल बीत चुके हैं। ऐसे में घाटे में चल रहे बैंकों ने अपनी ब्रांच का दायरा समेटना शुरू कर दिया है। देश के अग्रणी सरकारी बैंक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (Central Bank of India) ने इस बीच अपनी 13 फीसदी शाखाएं बंद करने का फैसला किया है।
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार करीब 100 साल पुराने सेंट्रल बैंक ने अपनी 1 या 2 नहीं बल्कि देश भर से अपनी 600 बैंक शाखाओं को बंद करने का फैसला लिया है। शाखाओं को बंद करने का काम 2023 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। इस बैंक की देशभर में 4,594 शाखाएं हैं।
खराब हालत सुधारने का अंतिम जरिया
जानकारों के अनुसार बैंक का यह फैसला अपनी खराब वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए लिया गया है। बैंक को उम्मीद है कि इस कदम से उसकी माली हालत सुधरेगी। हालांकि इन ब्रांचों के कर्मचारियों का क्या होगा, इस बारे में बैंक ने कोई खास खुलासा नहीं किया है।
RBI के वेंटिलेटर पर सेंट्रल बैंक
बैंक को जून 2017 में आरबीआई (RBI) ने पीसीए फ्रेमवर्क (PCA Framework) में रखा गया था। 600 ब्रांच बंद करने का फैसला भी इसी का हिस्सा है। जानकारों के अनुसार बैंक की स्थिति सुधारने के लिए इसके अलावा कोई चारा नहीं रह गया है। बैंक की योजाना है कि शाखाओं को बंद करने के बाद बैंक की नॉन कोर संपत्तियों जैसे रियल एस्टेट की बिक्री की जाएगी।
दूसरे बैंक PCA Framework से आए बाहर
बैंकों की माली स्थिति सुधारने के लिए रिजर्व बैंक ने सेंट्रल बैंक समेत कई दूसरे बैंकों को 2017 में पीसीए (prompt corrective action) व्यवस्था में रखा था। अन्य बैंक कुछ वर्षों में इस दायरे से बाहर आ गए। लेकिन सेंट्रल बैंक इससे बाहर नहीं आ पाया।