Highlights
- केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 5जी के लिए स्पेक्ट्रम की नीलामी की मंजूरी दी
- 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी अगले महीने यानि जुलाई से शुरू होगी
- कुल 72097.85 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की नीलामी की जाएगी
भारत में 5जी सेवाओं की शुरुआत की औपचारिक घोषणा का वक्त अब नजदीक आ गया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 5जी दूरसंचार सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम की नीलामी की मंजूरी दी है। 5G मौजूदा 4G सर्विस से 10 गुना ज्यादा तेज होगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी अगले महीने यानि जुलाई से शुरू होगी। दूरसंचार मंत्रालय के प्रस्ताव के मुताबिक स्पैक्ट्रम को अगले 20 साल के लिए नीलाम किया जाएगा।
20 साल के लिए नीलामी
केंद्रीय केबिनेट की ओर से आधिकारिक बयान के अनुसार 20 वर्ष की वैधता वाले कुल 72097.85 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की जुलाई माह के अंत तक नीलामी की जाएगी। स्पैक्ट्रम की नीलामी लो (600 MHz, 700 MHz, 800 MHz), मिड (3300 MHz) और हाई (26 MHz) फ्रीक्वेंसी बैंड के लिए होगी। बताया गया है कि मंत्रिमंडल ने इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए निजी उपयोग वाले नेटवर्क की स्थापना को मंजूरी देने का निर्णय लिया है। इस बार की स्पेक्ट्रम नीलामी में सरकार ने कई राहतों और रियायतों की घोषणा भी की है। स्पेक्ट्रम के लिए अग्रिम भुगतान की आवश्यकता को खत्म कर दिया है। इसके साथ ही सफल बोलीदाता 5जी स्पेक्ट्रम के लिए 20 ‘ईएमआई’ में भुगतान कर सकते हैं।
इस बार नीलामी में मिलेंगी खास सुविधाएं
बोली लगाने वालों को 10 साल के बाद स्पेक्ट्रम को सरेंडर करने का विकल्प दिया जाएगा, जिसमें भविष्य की देनदारियों के साथ कोई भी किस्तों को संतुलित करने के संबंध में कोई देनदारियां नहीं मिलेंगी। टेलीकॉम रेगुलेटर टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI), अप्रैल में, मोबाइल सेवाओं के लिए 5G स्पेक्ट्रम की बिक्री के लिए रिजर्व या फर्श की कीमत में लगभग 39 प्रतिशत की कमी की सिफारिश की थी।
कब से शुरू होगी 5G सर्विस
सरकार ने 5G सर्विस शुरू करने की तारीख तय नहीं की है। 5G के लिए नीलामी की प्रक्रिया जुलाई से शुरू होगी। जो कंपनी स्पैक्ट्रम खरीदती है उसको 6 महीने से 1 साल के अंदर सर्विस शुरू करनी ही होगी। कई टेलीकॉम ऑपरेटर अपनी तैयारी पूरी कर चुके हैं, ऐसे में वह स्पैक्ट्रम खरीदने के 3 से 6 महीने के अंदर सर्विस शुरू कर सकते है।