Highlights
- 4जी सेवाओं की तुलना में 5जी सेवा करीब 10 गुना तेज होगी
- नीलामी के दौरान जियो की तरफ से ज्यादा खर्च किए जाने की उम्मीद
- जियो ने नीलामी के लिए 14,000 करोड़ की राशि विभाग के पास जमा कराई
5G auctions today: 5जी स्पेक्ट्रम के लिए नीलामी प्रक्रिया मंगलवार को सुबह 10 बजे से शुरू हो गई। शाम छह बजे तक बोली लगाई जा सकती है। नीलामी प्रक्रिया का आगे भी जारी रहना आने वाली बोलियों और बोलीकर्ताओं की रणनीति पर निर्भर करेगा। स्पेक्ट्रम नीलामी के इस दौर में 5जी के लिए मौजूदा दूरसंचार सेवा प्रदाताओं रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के अलावा गौतम अडाणी की कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज भी बोली लगाने वाली है। नीलामी में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल दौड़ में सबसे आगे है।
सुपर फास्ट इंटरनेट का रास्ता साफ होगा
दूरसंचार विभाग को 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी से 70,000 करोड़ रुपये से लेकर 1,00,000 करोड़ रुपये तक का राजस्व मिलने की उम्मीद है। उद्योग जगत को उम्मीद है कि स्पेक्ट्रम की बिक्री आरक्षित मूल्य के आसपास ही होगी। देश में 5जी सेवाएं शुरू होने से अत्यधिक तीव्र गति वाली इंटरनेट सेवाएं देने का रास्ता साफ हो पाएगा। मौजूदा 4जी सेवाओं की तुलना में 5जी सेवा करीब 10 गुना तेज होगी। नीलामी के दौरान रिलायंस जियो की तरफ से ज्यादा खर्च किए जाने की उम्मीद है। एयरटेल के भी इस होड़ में आगे रहने जबकि वोडाफोन आइडिया और अडाणी एंटरप्राइजेज की तरफ से सीमित भागीदारी किए जाने की उम्मीद है। रिलायंस जियो ने नीलामी के लिए 14,000 करोड़ रुपये की राशि विभाग के पास जमा कराई है जबकि अडाणी एंटरप्राइजेज ने 100 करोड़ रुपये की राशि जमा की है।
स्वदेशी विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा
उद्योग जगत के विशेषज्ञों के अनुसार, भारत में 5जी तकनीकी कंपनियों, उद्यमों और पारिस्थितिकी तंत्र के खिलाड़ियों को निजी नेटवर्क बनाने और अगली पीढ़ी के डिजिटल परिवर्तन लाने के लिए सशक्त बनाएगा जो देश के लिए 1 ट्रिलियन डॉलर डिजिटल अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है। ब्रॉडबैंड इंडिया फोरम (बीआईएफ) के अनुसार, इससे उद्यमों के लिए बेहतर दक्षता, उत्पादकता और उत्पादन में वृद्धि होगी, डिजिटलीकरण में तेजी आएगी, क्षमताओं को बढ़ावा मिलेगा, स्वदेशी विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा और अंतत: देश के लिए अधिक आर्थिक लाभ प्राप्त होगा। बीआईएफ के अध्यक्ष टीवी रामचंद्रन ने कहा, "जैसा कि हम विनिर्माण, आपूर्ति श्रृंखला और आरएंडडी के साथ-साथ दुनिया भर में अग्रणी डिजिटल अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत करने के लिए देखते हैं, समर्पित कैप्टिव निजी 5जी नेटवर्क के माध्यम से उद्यमों की उन्नति सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों में दक्षता हासिल करने में मदद करेगी।"