भारतीय कंपनियों ने अप्रैल में कई अधिग्रहण सौदे (एक्विजिशन डील) किए जिनमें अडाणी ग्रुप के तीन बड़े सौदे शामिल हैं। सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इन सौदों का कुल मूल्य दो अरब डॉलर था जो देश के कुल सौदों का 38 प्रतिशत है। ग्रांट थॉर्न्टन की रिपोर्ट 'भारत डीलट्रैकर' के अनुसार, घरेलू कंपनियों ने पिछले महीने 191 सौदे किये जिनकी कुल कीमत 9.4 अरब डॉलर थी। यह मार्च के मुकाबले संख्या के आधार पर 21 प्रतिशत और मूल्य के आधार पर 37 प्रतिशत अधिक है। इनमें 10 करोड़ डॉलर से अधिक के 12 बड़े शामिल हैं जिनका कुल वैल्यू 3.8 अरब डॉलर है।
अडाणी ग्रुप ने इन कंपनियों में खरीदी हिस्सेदारी
अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) ने 3.080 करोड़ रुपये में गोपालपुर पोर्ट लिमिटेड (जीपीएल) में एसपी समूह की 56 प्रतिशत और उड़ीसा स्टीवेडर्स लिमिटेड की 39 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की। रिपोर्ट में कहा गया है कि अडाणी पोर्ट्स द्वारा गोपालपुर पोर्ट्स लिमिटेड के अधिग्रहण से परिवहन तथा लॉजिस्टिक्स सेक्टरों को काफी बढ़ावा मिला है। इससे इसकी लॉजिस्टिक क्षमता बढ़ी है जो देश की बढ़ती अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मांग का समर्थन करने के लिए महत्वपूर्ण है।
अडाणी ग्रुप की निर्माण सामग्री बनाने वाली कंपनी अंबुजा सीमेंट ने माई होम समूह के तमिलनाडु के तूतीकोरीन स्थित 15 लाख टन प्रति वर्ष क्षमता वीली सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई का 413.75 करोड़ रुपये में अधिग्रहण किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि अडाणी ग्रुप के दो अरब डॉलर के रणनीतिक अधिग्रहण प्रमुख उद्योगों में आ रही मजबूती की ओर इशारा करते हैं।
सीमेंट उद्योग में अडाणी ग्रुप की पकड़ मजबूत
इसमें कहा गया है कि सीमेंट उद्योग में अडाणी ग्रुप के अधिग्रहणों के नेतृत्व में विनिर्माण क्षेत्र में "उत्पादन क्षमता और बाजार पहुंच बढ़ाने के लिए समेकन के बड़े प्रयास देखे गए। ग्रांट थॉर्न्टन की पार्टनर (प्रगति) शांति विजेता ने कहा कि एक्विजिशन डील को लेकर परिदृश्य पॉजिटिव बना हुआ है। टेक्नोलॉजी, कंज्यूमर और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टरों के फलते-फूलते इकोसिस्टम से बढ़ावा और आगे की सोच रखने वाली सरकारी नीतियों से समर्थन के दम पर तेजी से निवेश हो रहा है।
इनपुट: आईएएनएस