Highlights
- बोली लगाने की समयसीमा अब बढ़ाकर 25 मार्च कर दिया गया है
- हाल में दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) के तहत दिवाला कार्यवाही शुरू की गई है
- यह तीसरी सबसे बड़ी एनबीएफसी है जिसके खिलाफ आईबीसी के तहत दिवाला कार्यवाही शुरू
नई दिल्ली। अनिल अंबानी समूह की कर्ज में डूबी कंपनी रिलायंस कैपिटल लिमिटेड के अधिग्रहण के लिए अडाणी फिनसर्व, केकेआर, पीरामल फाइनेंस और पूनावाला फाइनेंस सहित 14 प्रमुख कंपनियों ने रुचि पत्र (ईओआई) दिया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। रिलायंस कैपिटल के लिए बोलियां दाखिल करने की तारीख भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा नियुक्त प्रशासक ने 11 मार्च निर्धारित की थी जिसे अब बढ़ाकर 25 मार्च कर दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि जिन अन्य कंपनियों ने रिलायंस कैपिटल के लिए ईओआई जमा कराया है उनमें अर्पवुड, वर्दे पार्टनर्स, मल्टीपल्स फंड, निप्पन लाइफ, जेसी फ्लॉवर्स, ब्रुकफील्ड, ऑकट्री, अपोलो ग्लोबल, ब्लैकस्टोन और हीरो फिनकॉर्प शामिल हैं।
इस वजह से इसको लेने में खासा दिलचस्पी
यह तीसरी सबसे बड़ी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) है जिसके खिलाफ केंद्रीय बैंक ने हाल में दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) के तहत दिवाला कार्यवाही शुरू की है। दो अन्य कंपनियां श्रेई ग्रुप की एनबीएफसी तथा दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन (डीएचएफएल) हैं। बोली दाखिल करने की समयसीमा कुछ संभावित बोलीदाताओं के अनुरोध पर बढ़ाई गई है, जिन्होंने रुचि पत्र (ईओआई) दाखिल करने के लिए कुछ और समय मांगा था। सूत्रों ने बताया कि ज्यादातर बोलीदाताओं ने पूरी कंपनी के लिए बोली लगाई है। एनबीएफसी बाजार में इस कंपनी की अहमियत को देखते हुए इनते सारे खरीदारों की इसमें दिलचस्पी है।
आरबीआई ने निदेशक मंडल को किया था भंग
रिजर्व बैंक ने भुगतान में चूक और कंपनी संचालन के स्तर पर गंभीर खामियों को देखते हुए पिछले साल नवंबर में अनिल अंबानी की अगुवाई वाले रिलायंस समूह की कंपनी रिलायंस कैपिटल (आरईएल कैप) के निदेशक मंडल को भंग कर दिया था। रिजर्व बैंक ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र के पूर्व कार्यकारी निदेशक नागेश्वर राव वाई को इस गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी का प्रशासक नियुक्ति किया था। इससे पहले इसी साल फरवरी में रिजर्व बैंक द्वारा नियुक्त प्रशासक ने रिलायंस कैपिटल के रुचि पत्र आमंत्रित किए थे।