नयी दिल्ली। ऑनलाइन खाना पहुंचाने की सेवा देने वाले प्लेटफॉर्म जोमैटो ने शुक्रवार को कहा कि वह अपनी डिलीवरी सेवा में महिलाओं की संख्या को साल के अंत तक बढ़ाकर 10 प्रतिशत कर देगी। यह काम कंपनी के कार्यस्थल पर समावेशी पहल का हिस्सा है। जोमैटो के संस्थापक दीपिंदर गोयल ने अपनी वेबसाइट पर एक ब्लॉग में कहा कि मौजूदा समय में उसके डिलीवरी पार्टनर्स में से केवल 0.5 प्रतिशत ही महिलाएं हैं।
उन्होंने लिखा, ‘‘आज, हम अपने दस्ते में महिला वितरण भागीदारों की हिस्सेदारी बढ़ाने की दिशा में अपना पहला कदम उठा रहे हैं। शुरुआत में, हमने बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे से शुरू कर वर्ष 2021 के अंत तक 10 प्रतिशत भागीदारी तक पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया है।’’ यह कहते हुए कि ज़ोमैटो का हमेशा ‘‘अधिक समावेशी कार्यस्थल होने’’ का प्रयास रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘अब तक, हमारी समावेशी कार्यस्थल संबंधी पहलों ने इस तथ्य पर ध्यान नहीं दिया है कि हमारे डिलीवरी भागीदारों में से केवल 0.5 प्रतिशत महिलाएं हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम अपनी ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया में आत्मरक्षा प्रशिक्षण जोड़ रहे हैं, जो सभी महिला डिलीवरी भागीदारों के लिए अनिवार्य होगा।’’