नई दिल्ली। लॉकडाइन के बीच कारोबारी गतिविधियों की छूट की शुरुआत में जिस बात ने लोगों का ध्यान खींचा वो था शराब की दुकानों के सामने लगी लंबी लंबी लाइन। यही नहीं कीमतें बढ़ने के बाद भी इन लाइन पर कोई असर नहीं दिखा। शायद इसे ही देखते हुए खाने की होम डिलीवरी करने वाली कंपनी जोमैटो अपनी सेवाओं में शराब को शामिल करने की कोशिश कर रही है। रायटर्स के मुताबिक शराब की ऊंची मांग को देखते हुए कंपनी ने अनुमति मिलने पर शराब की होम डिलीवरी शुरू करने के संकेत भी दिए हैं।
रायटर्स के मुताबिक जोमैटो फूड डिलीवरी के सीईओ मोहित गुप्ता ने इंटरनेशनल स्पिरिट्स एंड वाइन एसोसिएशन ऑफ इंडिया यानि ISWAI को भेजे एक प्रस्ताव में कहा है कि तकनीक पर आधारित होम डिलीवरी अल्कोहल की जिम्मेदारी भरी खपत को बढ़ावा देगी। उनके मुताबिक फिलहाल कंपनी उन क्षेत्रों पर फोकस करेगी जहां कोरोना का असर नहीं है या कम है। रॉयटर्स के मुताबिक ये जोमेटो ने प्रस्ताव अप्रैल के मध्य में भेजा गया था हालांकि कंपनी ने उनके द्वारा भेजे गए सवालों का कोई जवाब नहीं दिया है।
वहीं ISWAI के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन अमृत किरन सिंह ने कहा कि राज्यों को शराब की होम डिलीवरी की मंजूरी देनी चाहिए इससे आय को बढ़ाया जा सकेगी जिसपर लॉकडाउन का काफी बुरा असर पड़ा है। उनके मुताबिक राज्य सरकारें होम डिलीवरी को मंजूरी देकर रीटेल काउंटर पर बोझ घटाने के साथ आय भी नियमित कर सकती है। साल 2018 में भारत का अल्कोहल ड्रिंक का बाजार 27.2 अरब डॉलर का था जो आज के एक्सचेंज रेट के हिसाब से 2 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा होते हैं।