नई दिल्ली। अमेरिका ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की आगामी भारत यात्रा के दौरान कोई बड़ा द्विपक्षीय व्यापार समझौता होने की संभावना कम है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि जिन वजहों से भारतीय सामानों को अमेरिका में मिलने वाली छूट बंद की गई थी वो वजहें अब भी बनी हुई हैं।
अमेरिका की सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कांफ्रेंस काल में संवाददाताओं से कहा कि भारत को व्यापार में वरीयता की सामान्य प्रणाली की सुविधा बंद करने या निलंबित करने के पीछे जो चिंताएं थीं, हमारे लिए वे चिंताएं आज भी बनी हुई हैं। अधिकारी ने कहा कि वास्तव में भारत सरकार अमेरिकी निर्यातकों के लिए बाजार में बेहतर एंट्री देने में विफल रही है। ट्रम्प अपनी पत्नी मलानिया ट्रम्प के साथ 24-25 फरवरी को भारत यात्रा पर होंगे। चर्चा है कि दोनों पक्षों के बीच एक बड़ा व्यापार समझौता किए जाने से पहले दोनों पक्षों के बीच किसी व्यापार- पैकेज पर सहमति हो सकती है। भारत के साथ व्यापार सझौता वार्ता का नेतृत्व अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि राबर्ट लाइटहाइजर कर रहे हैं। वह ट्रम्प की इस यात्रा में भारत नहीं जा रहे हैं। वह पहले भी भारत की अपनी यात्रा रद्द कर चके हैं। अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा कि भारत के साथ बाजार में सुगमता को लेकर बातचीत जारी है।
अधिकारी ने यह भी शिकायत की कि भारत ने हाल के बजट में अमेरिका से आयातित कई वस्तुओं पर आयात शुल्क ऊंचा कर दिया है। अमेरिकी अधिकारियों को भारत के मेड-इन-इंडिया कार्यक्रम को भी लेकर शिकायत है। वे इसे संरक्षणवादी बताते हैं।