मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने टूर एंड ट्रेवल कंपनी कॉक्स एंड किंग्स के मुंबई स्थित 5 स्थानों पर छापा मारा है। कॉक्स एंड किंग्स के प्रवर्तकों के घर और ऑफिस पर ED की टीम जांच कर रही है। येस बैंक में हुए 20 हजार करोड़ रुपए के घोटाले के मामले में यह कार्रवाई की जा रही है। कॉक्स एंड किंग्स पर येस बैंक का 2260 करोड़ रुपए का लोन बकाया है।
येस बैंक से ऋण लेने वाला कॉक्स एंड किंग्स ऐसा दूसरा ऋणी है जिस पर ईडी ने बैंक घोटाला मामले में छापे की कार्रवाई की है। इससे पहले, ईडी ने डीएचएफएल पर छापा मारा था और इसके प्रवर्तकों को मई में गिरफ्तार किया था। कॉक्स एंड किंग्स एक लोन डिफॉल्टर कंपनी है और सबसे ज्यादा लोन इसे येस बैंक ने दिया है। येस बैंक का कंपनी पर 2260 करोड़ रुपए का लोन बकाया है। फाइनेंशियल क्रेडिटर्स ने कॉक्स एंड किंग्स पर 5,911 करोड़ रुपए का दावा किया है।
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय एजेंसी ने धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत छापे मारे हैं। अधिकारियों ने कहा कि कॉक्स एंड किंग्स यस बैंक के शीर्ष कर्जदारों में था और बैंक ने कंपनी को 2,260 करोड़ रुपए का कर्ज दिया था। उन्होंने कहा कि तलाशी का मकसद मामले में अधिक सबूत जुटाना है और इसके तहत पांच परिसरों को कवर किया जा रहा है।
ईडी एक कथित धोखाधड़ी के मामले में यस बैंक और कई अन्य बड़े कॉरपोरेट समूहों की जांच कर रहा है, जिन्हें बैंक द्वारा दिया गया भारी ऋण गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) बन गया। यस बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर को मार्च में गिरफ्तार किया गया था और हाल ही में मुंबई की एक विशेष पीएमएलए अदालत के समक्ष उनके खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया गया।
कॉक्स एंड किंग्स वर्तमान में कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया से गुजर रही है। राष्ट्रीय कंपनी विधि ट्रिब्यूनल की मुंबई ब्रांच ने पिछले साल अक्टूबर में कॉक्स एंड किंग्स के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया शुरू करने की मंजूरी दी थी।