नई दिल्ली। यस बैंक के MD और CEO राना कपूर की बेटियां अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए नए बिजनेस में उतर गई है। माना जा रहा है कि राना कपूर की तीनों बेटियों ने नए बिजनेस पर 15 करोड़ डॉलर (करीब 960 करोड़ रुपए) की रकम खर्च करने की योजना बनाई है। ये रकम नए बिजनेस के इनक्यूबेशन और उनकी फंडिंग पर खर्च होगी। अंग्रेजी बिजनेस अखबार इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक कपूर परिवार की संपत्ति मैनेज करने वाले फैमिली ऑफिस द थ्री सिस्टर्स ने इनवेस्टमेंट के लिए एजुकेशन, टूरिज्म, फैमिली एंटरटेनमेंट सेंटर और एग्री लॉजिस्टिक्स जैसे सेक्टर्स की पहचान की है।
राना कूपर की है तीन बेटियां
द थ्री सिस्टर्स कपूर की तीनों बेटियों-राधा, राखी और रोशनी के नाम पर बना है। द थ्री सिस्टर्स की प्रमोटर राधा कपूर खन्ना कहती हैं, ‘हम सिर्फ पैसा लगाने वाले निवेशक नहीं हैं। हमारा बिजनेस मॉडल कॉन्सेप्ट स्टेज पर अच्छी मैनेजमेंट टीम के साथ पार्टनरशिप करना और लॉन्ग टर्म के लिए बिजनेस खड़ा करना है। यह भी पढ़े: अब Rupay क्रेडिट कार्ड से होगा बस और ट्रेनों के किराए का भुगतान, NPCI ने बैंकों से मिलाया हाथ
क्या है योजना
नौ साल पहले बने इस फैमली फंड्स के जरिए कई वेंचर्स में 10 करोड़ डॉलर (करीब 640 करोड़ रुपए) का निवेश किया चुका है। आपको बता दें कि इसके पास इंडिया में स्पैनिश ड्राई क्लीनिंग चेन प्रेस्टो के मास्टर फ्रेंचाइजी राइट्स हैं और न्यूयॉर्क के पार्संस स्कूल ऑफ डिजाइन के साथ पार्टनरशिप में खोला गया डिजाइन स्कूल है। थ्री सिस्टर्स के पास एडवर्टाइजिंग दिग्गज WPP के साथ एक स्कूल ऑफ कम्युनिकेशंस, एक बिजनेस मैगजीन और एक फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी कंपनी भी है। यह भी पढ़े: बिल गेट्स से लेकर ये बिजनेसमैन माता-पिता नहीं छोड़कर जाएंगे बच्चों के लिए करोड़ों की विरासत, जानिए क्यों
मिला 2 करोड़ डॉलर का इन्वेस्टमेंट
फैमिली ऑफिस में ही इनक्यूबेट की गई को-वर्किंग स्पेस चलानेवाली कंपनी ऑफिस को हाल ही में मेनलो पार्क के वेंचर कैपिटल इनवेस्टर सिकोइया कैपिटल से 2 करोड़ डॉलर का इनवेस्टमेंट मिला है। ऑफिस को द थ्री सिस्टर्स ने दो साल पहले प्रोफेशनल से ऑन्त्रप्रेन्योर बने अमित रमानी के साथ मिलकर शुरू किया था।Billionaire Baba: पतंजलि ऐसे बनी FMCG की बाहुबली, कभी उधार मांगकर शुरू की थी कंपनी
क्या है फैमिली ऑफिस के इनवेस्टमेंट मॉडल
फैमिली ऑफिस के इनवेस्टमेंट मॉडल का कॉन्सेप्ट पहली बार 19वीं सदी में अमेरिका के सबसे रईस और ताकतवर कारोबारी घरानों में एक रॉकफेलर फैमिली ने दिया था। यह अब अल्ट्रा रिच लोगों के लिए अपनी संपत्ति के समुचित आवंटन और सुरक्षा के लिए एक शानदार टूल बन गया है। ब्रिटेन की फैमिली ऑफिस एडवाइजर फर्म अहमा डॉफ एंड कंपनी के एमडी फखरी अहमादफ ने ईटी को बताया कि इंडिया जैसे कई देशों में फैमिली ऑफिस का कॉन्सेप्ट बहुत पॉपुलर हो रहा है, जहां के पारंपरिक कारोबार कारोबारी घरानों के हाथ है।रामदेव ही नहीं बल्कि ये बाबा भी चलाते है बड़ा बिजनेस, करते हैं करोड़ों का कारोबार
अहमादफ ने कहा, इसकी कई वजहें हैं। जैसे प्राइवेट वेल्थ के रेगुलेशन को लेकर बढ़ते जटिल रेगुलेशंस के कंप्लायंस। इसके अलावा इधर उधर बिखरे कारोबार को एक जगह लाने, प्रोफेशनल तरीके से उत्तराधिकार चुनने की योजना बनाने के अलावा पावर और इनकम बेनेफिशियरी की पहचान करना सहित कर्इ और मकसद हैं।