सिंगापुर। आयरलैंड स्थित वैश्विक पुनर्बीमा फर्म एक्सएल कैटलिन ने भारत में प्रवेश करने की योजना बनाई है और उसने अपनी शाखा खोलने के लिए लाइसेंस की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर दी है।
कंपनी ने कहा कि भारत में प्रवेश करने का उसका निर्णय, उभरते एवं विकासशील बाजारों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की रणनीति का हिस्सा है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि एक पुनर्बीमा शाखा कार्यालय स्थापित करने की अनुमति देने के अनुरोध के साथ भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण के पास आवेदन किया गया है। कंपनी को इस साल के अंत तक भारत में अपना परिचालन शुरू होने की उम्मीद है।
मई-जून में हो सकती है स्पेक्ट्रम की नीलामी
सरकार स्पेक्ट्रम के अगले दौर की नीलामी इस साल मई-जून के आसपास कर सकती है। फिक्की-डब्ल्यूबीए विजन फोरम की बैठक में यहां दूरसंचार सचिव राकेश गर्ग ने कहा कि हम सभी उपलब्ध स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए रखेंगे। स्पेक्ट्रम की नीलामी मई-जून में कभी भी की जा सकती है। दूरसंचार नियामक ट्राई ने मोबाइल सेवाओं के लिए उपलब्ध सभी स्पेक्ट्रम के लिए आधार या न्यूनतम मूल्य सुझाने के लिए सरकार द्वारा दिए गए संदर्भ पर एक परामर्श पत्र जारी किया है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, सरकार नीलामी के बगैर भी बजट लक्ष्य पूरा करने में समर्थ होगी। सरकार ने चालू वित्त वर्ष के दौरान दूरसंचार सेवाओं से 42,865 करोड़ रुपए का राजस्व जुटाने का लक्ष्य तय किया है, जिसमें स्पेक्ट्रम बिक्री से मिलने वाली अग्रिम राशि और लाइसेंस शुल्क भी शामिल है।
स्नैपबिज ने जंगल वेंचर्स, अन्य से 72 लाख डॉलर जुटाए
रिटेल टेक्नोलॉजी फर्म स्नैपबिज ने जंगल वेंचर्स, टॉरस वैल्यू क्रिएशन, कोनली वेंचर और ब्लूम वेंचर्स से 72 लाख डॉलर (करीब 48 करोड़ रुपए) जुटाए हैं। स्नैपबिज ने यहां जारी एक बयान में कहा कि जुटाए गए धन का इस्तेमाल फर्म की वृद्धि को बनाए रखने और प्रमुख शहरों में बाजार के विस्तार में किया जाएगा। कंपनी ने इससे पहले क्वालकॉम, जंगल वेंचर्स, नेशनल रिसर्च फाउंडेशन ऑफ सिंगापुर, टॉरस वैल्यू क्रिएशन और ब्लूम वेंचर्स से 17 लाख डॉलर की शुरुआती पूंजी जुटाई थी। वर्ष 2013 में स्थापित स्नैपबिज एक टेक्नोलॉजी समाधान के जरिये मुंबई, पुणे, नई दिल्ली, बेंगलुरु और हैदराबाद में पारंपरिक खुदरा आउटलेट्स के साथ काम करती है।
जीआईपीबी ने वेदांता के विस्तार प्रस्तावों को मंजूरी दी
गोवा निवेश संवर्द्धन बोर्ड (जीआईपीबी) ने वेदांता लिमिटेड के पिग आयरन संयंत्र (पीआईपी) की क्षमता विस्तार के कंपनी के विभिन्न प्रस्तावों को सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की है। जीआईपीबी के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि कंपनी ने नवेलिम गांव स्थित अपने पिग आयरन, सिंटर और बिजली संयंत्र में क्षमता विस्तार के लिए एक प्रस्ताव दिया था। यह संयंत्र यहां से करीब 30 किमी दूर स्थित है। कंपनी ने अपने पिग आयरन की मौजूदा क्षमता 7.4 लाख टन में 4.5 लाख टन की बढ़ोतरी करने की अनुमति मांगी है। कल मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत परसेकर की अध्यक्षता में हुई जीआईपीबी की बैठक में कई अन्य परियोजनाओं सहित वेदांता के विभिन्न प्रस्तावों को सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की गई।