कोलकाता। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने शनिवार को कहा कि वश्विक व्यापार चुनौतियों के दौर में है और विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के अस्तित्व पर खतरा पैदा हो गया है। सुरेश प्रभु ने कहा कि डब्ल्यूटीओ अनिवार्य है और इसकी गैर-मौजूदगी से वैश्विक व्यापार में अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो जाएगी। भारतीय निर्यात संगठन परिसंघ की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में प्रभु ने कहा, "वैश्विक व्यापार के लिए आज अत्यंत चुनौतीपूर्ण दौर है। हमने पहले कभी ऐसा चुनौतीपूर्ण समय नहीं देखा। पहली बार डब्ल्यूटीओ के अस्तित्व पर खतरा पैदा हुआ है। लोग स्वीकार्य व्यापार मानकों पर सवाल उठा रहे हैं।"
निर्यात के लिए आवश्यक साख पत्र का उदाहरण देते हुए प्रभु ने कहा कि वैश्विक व्यापार के बुनियादी तत्व जांच के अधीन हैं। उन्होंने कहा, "अगर आपके पास डब्ल्यूटीओ नहीं होगा तो भारत ही नहीं दुनिया के सभी देशों के लिए समस्या पैदा होगी। मैं डब्ल्यूटीओ की अनिवार्यता समझता हूं क्योंकि यह वैश्विक व्यापार के लिए कुछ कायदे व कानून की गारंटी देता है। अगर डब्ल्यूटीओ नहीं होगा तो अव्यवस्था पैदा होगी।"
प्रभु ने कहा कि भारत वैश्विक संस्था को मजबूत बनाने की कोशिश में जुटा है। उन्होंने कहा, "हम सिर्फ डब्ल्यूटीओ में सुधार की बात नहीं कर रहे हैं बल्कि उसमें नई ताकत लाने की दिशा में भी काम कर रहे हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से दुनिया के प्रमुख देशों के मंत्रियों के साथ मिलकर डब्ल्यूटीओ में सुधार के लिए प्रयासरत हूं।"