नई दिल्ली। विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) ने 2018 के लिए व्यापार में वृद्धि के अनुमान को घटाकर 3.9 प्रतिशत कर दिया। संगठन ने साल की शुरुआत में वर्ष के दौरान 4.4 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया था। भारत ने इसे गंभीरता से लिये जाने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि व्यापार विस्तार की गति मंद होने से सभी देशों को नुकसान होगा।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट कर कहा, ‘‘सभी देशों को इस चेतावनी को गंभीरता से लेने की जरूरत है क्योंकि वैश्विक व्यापार की गति मंद होने से सबको नुकसान होगा खासकर विकासशील देशों को सबसे ज्यादा। हम तनाव इस तरह से बढ़ने और विपरीत परिस्थितियों में भी अपने हितों की रक्षा के लिए कोशिश कर रहे हैं। विश्व व्यापार की दृष्टि से डब्ल्यूटीओ बहुत महत्वपूर्ण है।’’
डब्ल्यूटीओ ने कहा है कि बढ़ता व्यापारिक तनाव और महत्वपूर्ण बाजारों में ऋण बाजार में तंगी की स्थिति के चलते इस साल के बचे हुए समय और 2019 में व्यापार की वृद्धि सुस्त पड़ सकती है। संगठन ने एक बयान में कहा है, “व्यापार वृद्धि जारी रहेगी लेकिन पहले के अनुमानों के मुकाबले धीमी रहेगी। डब्ल्यूटीओ का अनुमान है कि 2018 में वस्तु व्यापार में 3.9 फीसदी की वृद्धि होगी जबकि 2019 में व्यापार का विस्तार 3.7 प्रतिशत की दर से होगा।”